क के पर्यायवाची ( समानार्थी ) शब्द Synonyms (भाग-8)

क – के पर्यायवाची शब्द | समानार्थी शब्द | All Hindi Synonyms

क – के पर्यायवाची शब्द | समानार्थी शब्द | All Hindi Synonyms | पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं? | पर्यायवाची शब्द का अर्थ | सभी हिंदी पर्यायवाची

पर्यायवाची शब्द | समानार्थी शब्द | All Hindi Synonyms

कँचिया नोंन – काचगल, काचसंभव, काचलवण, काचसौवर्चल, काचोद्भव, काललवण, कुरुविन्द, चेत्थ, त्रिकूट, नील, नीलक, नीलकाचोद्भव, पाकजका, पाक्याह्व, लवण, हयगंध।

कंकाल – अस्थिपिंजर, ठठरी।

कंगाल – कंगला, गरीब, दरिद्र, धनहीन, निर्धन, भुक्खड़, रंक।

कंघी – असाधन, कँगही, कंकती, कंकतिका, केश-प्रक्षालिका।

कंचन – कनक, कुंदन, धन, धतूरा, नीरोग, मनोहर, सम्पत्ति, सुन्दर, सुवर्ण, सोना, स्वच्छ, स्वस्थ, स्वर्ण, हिरण्य।

कंजूस – अदाता, अनुदार, कदर्य, किम्पच, कीकट, कृपण, क्षुद्र, खसीस, खूसट, ठस, नीच, मन्द, मितम्पच, सूम, सूमड़ा।

कंजूसी – अनुदारता, कृपणता, कृपिणता, कादरता, कार्पण्य, क्षुद्रता, क्षुद्राशयता, छिछोरापन, दरिद्रता, दीनता, दैन्य।

कंठ – आवाज़, किनारा, गल, गला, गलंकिक, गर्दन, गरदन, ग्रीवा, टेंटुआ, तट, तीर, शब्द, शिरोधरा, स्वर।

कंठा – कंठी, कण्ठभूषा, ग्रैवेयक, हँसुली।

कंधा – अंश, कंध, भुजमूल, भुजमूल, स्कंध।

ककड़ी – इर्वारु, उर्वारु, कर्कटी, कर्कटाक्ष, चिभटी, छद्र्दापनिका, तोयफला, त्रपुषा, त्रपुषी, पीनसा, बहुकन्दा, बालुंगी, मूत्रला, मूत्रफला, लोमशकाण्डा, लोमशा, लोमशी, व्यालपत्रा, व्यालपत्री, वृहत्फला, शान्तनु, स्थूला, हस्तिदन्तफला, हस्तपर्णी।

ककुनी – काँगनी, कंगनी, कंगु, कंगुका, कंगुनीका, कंगू, कंगूनी, काकुन, चीनक, प्रियंगु, प्रियंगू, पीत तण्डुल।

ककोरना – उखाड़ना, करोना, कुरेदना, खुरचना, खींचना, खुरेदना, खोदना, छीलना।

कक्ष – अंचल, कखवार, कच्छ, कमरा, कमरबन्द, कछार, कांछ, कास, कोख, घर, जंगल, दर्जा, दोष, पाखा, पाख, पेटी, बगल, बेल, भीत, भूमि, लता, लांग, श्रेणी, सूखी घास, सूखावन,

कड़वा – अनिष्ट, अरुचिकर, कटु, कडुआ, कषाय, कसैला, तीक्ष्ण, तीता।

कड़ा – असह्य, उग्र, कंगन, कर्कश, कठिन, कुण्डा, चुस्त, चूल्हा, ठोस, तगड़ा, दुष्कर, दुःसाध्य, दृढ़, रूखा, सख्त, हृष्ट-पुष्ट।

कड़ाही – कढाही, टोकनी, तसला, तसली।

कच्चा – अदृढ़, अनभ्यस्त, अपवव, अप्रामाणिक, अपरिपुष्ट, अयुक्त, अस्थायी, कमजोर, गड्ढा, जबड़ा, दाढ़, नियमरहित, नीरस, पाण्डुलेख, मसौदा।

कचनार – आश्मन्तक, आस्फोत, उद्दालक, कर्बूदार, कांचनार, कांचनाल, कुण्डली, कुदार, कुद्दाल, कुली, कोविदार, चमरी, पाकारि, स्वल्पकेसर।

कचरना – कूँचना, कूटना, गूँथना, दबाना, मलना, मसलना, माड़ना, रूँधना, रौंदना, सानना।

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Hindi Synonyms

कचूर – कर्चूर, कर्ष्य, कल्पक, गन्धमूलक, गन्धसार, जटाल, द्राविड़, दुर्लभ, मुख्य, शठी।

कचौरी – कचौड़ी, भाषगर्भा-षष्कुली, माषगर्भा।

कछुआ – कच्छ, कच्छप, कमठ, कूर्म।

कटक – चतुरंगिणी, पलटन, फौज, लश्कर, सेना।

कटसरैया(नीली) – अर्तगल, आत्र्तगल, कण्टार्त्तगला, नीलकुरण्टक, नीलकुसुमा, नीलझिण्डी, नीलपुष्पी, वाण, वाला, शैरीयक, शैरेय।

कटसरैया(पीली) – कनक, किकिरात, कुरण्ट, कुरण्टक, कुरुण्टक, दासी, पीतपुष्प, पीतपुष्पक, पीतसैरेयक, पीताम्लान, पुर, वीर, सहचर, सहचरी।

कटसरैया(लाल) – कामुक, कुरबक, रक्तझिण्टिका, रक्तझिण्टी, रक्तपुष्प, रक्ताम्लान, रागप्रसव, रामालिंगन, शीलझिण्टिक, शोणझिण्टी, सुभग।

कटसरैया(सफेद) – कुरण्टक, कुरबक, पियावासा, सरैया, सैरेय, सैरेयक।

कटहल – अतिबृहत्फल, अपुष्प, अपुष्पफलद, आशय, कण्टकीफल, कण्टाकाल, कण्टाफल, कटहर, कठल, चम्पकालु, चम्पालु, चम्पाकोष, पनस, पलस, पानस, पूतफल, फणस, फलद, फलस, फलवृक्षक, फलिन, महासज, मुरजफल, मूलफलद, मृदंगफल, स्थूल, स्थूलकंटफल।

कटार – कटारी, कत्ती, कृपाण, खंजर, छोटी तलवार, दुधारा हथियार, भुजाली।

कटोरा/कटोरी – कंश, कांस्य, खोरवा, खोरा, पानपात्र।

कठफोड़ा – कठफावड़ा, कठफोरा, दार्वाघाट, शतपत्रक।

कठवत – कठौता, कठौती।

कठिन – कड़ा, कठोर, कलिष्ट, गूढ़, दारुण, दुर्गम, दुर्लभ, दुशवार, दुष्कर, दुःसाध्य, दूभर, दृढ़, पेचिदा, प्रचण्ड, मुश्किल, विकट, विकराल, सख्त।

कठोर – कर्कश, कठिन, कड़ा, क्रूर, जठर, दृढ़, निष्ठुर, परूष, पुष्ट।

कढ़ी – करायल, कलायल, क्कथिल, तेमन, निष्ठान, परेह, परोह।

कण – कतरा, कन, ज़र्रा, जूठन, प्रसाद, बून्द, भिक्षान्न, भीख।

कतरना – काटना, काट-छाट करना, छाँटना।

कतिपय – कई, कितने ही, कुछ, कुछ एक, थोड़े-से।

कथा – आख्यान, कहानी, चर्चा, ज़िक्र, समाचार, हाल।

कद्र – इज्जत, प्रतिष्ठा, मान, सम्मान।

कन्दरा – कन्दर, कुहर, खोह, गर्त्त, गह्वर, गुफा, गुहा, दरी, देवखात, माँद, बिल, विवर।

कदम्ब – अशोकारि, कदम, धाराकदम्ब, नीप, नृत्यनीप, पीतगुच्छ, प्रीअंक, भूमिज, भूमिकदम्ब, भृंगवल्लभ, भृनीप, मदिरागन्ध, लघुपुष्प, ललनाप्रिय, विषघ्न, वृत्तपुष्प, व्रणहारक, शोकारि, सिंधुपुष्प, स्वाह, हरिप्रियफेम, हलिप्रिय।

कद्दू – अलाबू, आलाबू, एलाबू, कदुआ, तुम्ब, तुम्बा, तुम्बी, तुम्बक, पिण्डफला, महाफला, लाबु, लाबुका, लौआ, लौका, लौकी।

कनपटी – कच्चा, कटक, करट, गण्ड, गण्डस्थल, मलपट।

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पर्याय-All Hindi Synonyms

कनेर– अश्वघ्न, अश्वमारक, अश्वरोधक, अश्वारि, करवीर, करेणु, कुंद, गौरीपुष्प, चण्डात, भूतद्रावी, तुरंगारि, दिव्यपुष्प, नरवराह्व, प्रचण्ड, प्रतिहास, रंगारि, लगुद, वीर, वेणुकर्कर, शकुन्द्र, शतकुंद, शतकुम्भ, शातकुम्भ, शतप्रास, शीतकुम्भ, श्वेतपुष्पक, सिद्धपुष्प, स्थलकुमुद, स्थलकुमुद्र, हयघ्न, हरिप्रिय।

कपट – कैतव, छद्म, छल, दम्भ, पाखण्ड, व्याज, शाठ्य।

कपटी – कज्जाक, चक्राट, चकमेबाज, चालबाज, छलिया, छली, ठग, डिंगर, ढोंगी, धूर्त, धोखेबाज, पाखंडी, फरफंडिया, भँडरिया, मक्कार, मदार, मायावी, वंचक, शठ।

कपड़ा – अंबर, अंशु, कर, कर्पट, चीर, चैल, दुकूल, पट, परिधान, पहनावा, पोशाक, मयुख, वस्त्र, वसन।

कपाल – अदृष्ट, खप्पर, खोपड़ा, ढक्कन, मस्तक, माथा, भाग्य, भिक्षापात्र, ललाट।

कपास – कर्पाससारिगी, कर्पासी, कार्पासी, कार्पासिका, गुड, चव्या, छादन, तुण्डकेरी, तुला, पटद, पटलुन, पिचु, बदरा, मरूद्भवा, वदरी, वादर, वादरा, समुद्रान्ता, सूत्रपुष्पा।

कपूर – ओषधीष, इन्दु, कर्पूर, ग्लौ, गौर, घनसार, चन्द्रभस्म, तरुसार, निशापति, रेणुसार, विधु, वेधक, शिला, शीतमयूख, शीतमरीच, शीतांषु, सिताभ्रक, सोमसंज्ञ, स्फटिकाभ्र, हनु, हिमबालुका, हिमांशु, हिमोपल। (‘चन्द्रमा’ शब्द के जितने भी पर्याय हैं वे सभी ‘कपूर’ के भी पर्याय हो सकते हैं)

कपूर-कचरी – कर्पूर, कर्बुर, कृष्णहरिद्रा, गन्धा, गन्धपलाशी, गन्धमूली, गन्धारका, गन्धवधू, गिन्धोली, ग्रन्थमूलिका, तूणी, दूर्वा, पलाशी, पलाशिका, पृथुपलाशिका, शठिका, षडग्रन्था, सटी, समुद्रा, सुगन्धासटी, सौम्या, हिमोद्भवा।

कफ – अवलम्बन, क्लेदन, बलगम, रसन, श्लेष्मा, श्लेष्मण, स्नेहन।

कब्ज – कोष्ठबद्ध, कोष्ठबद्धता, बद्धकोष्ठ, मलबंध, मलबद्ध, मलबद्धता, मलावरोध।

कबन्ध – अमुण्ड, अशिर, रुण्ड।

कबीला (वनौषधि) – कर्कश, कम्पिल्ल, कम्पिल्लक, काम्पिल्ल, चन्द्र, पिकाक्ष, बहुपुष्प, रक्तांग, रक्तफल, रंजक, रेचना, रेची, रोचना, लघुपत्रक, लोहितांग।

कबूतर – कपोत, कलरव, गृहकपोत, गृहकुक्कुट, छेह्म, परेवा, पारावत, पारापत, रक्तलोचन, हारिल, हारीत।

कमर – अंक, अंस, ककुद्मती, कट, कटि, कटिदेश, कटिपार्श्व, कटी, कटीर, कमरिया, करम, करिहाँव, कलत्र, कांचोपद, नितंब, पार्श्व, फँटा, मध्यांग, मध्यम, मध्यभाग, मध्यस्थल, लंक, लाँक, वस्त, श्रोणि, श्रोणिफल, श्रोणिफलक।

कमरख – कर्मंग्ग, कर्मर, कर्मार, कर्मरक, कर्मारक, कारुक, धाराफल, पीतफल, बृहद्दल, मुद्गर, रुजाकर, शिराल, शुकप्रिय।

कमरबन्द – कटि-फेट, पटुका, फेटा।

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कमल – अब्ज, अंबुज, अंबोज, अंभोज, अज, अरविंद, अरभोरूह, इंदीवर, इंदुकमल, उत्पल, कंज, किंजल, कुंज, कुंद, कुई, कुटप, कुमुद, कुबलय, कुवलय, कुशेशय, कैरव, कोकनद, जलज, जलजात, तामरस, ताम्ररस, नलिन, नीरज, पंकज, पंकजन्य, पंकरुह, पद्म, पाथोज, पुंडरीक, पुष्कर, राजीव, वनज, वारिज, वारिजात, शतदल, शतपत्र, श्रीपर्ण, सरसिज, सरसीरुह, सरोज, सहस्रदल, सारंग, सुजल।

कमल-केशर – आपीत, कांचन, किंज, किंजलक, केशर, चाम्पेयक, जीरा, तुंग, पीतपराग।

कमल जड़ – कटाह्वय, करहाट, गोपभद्र, जलालूक, पक शूरण, पद्मकन्द, भिस्साण्ड, शालु, शालूक, शिफाकन्द।

कमल दण्ड – कोमल, कोमलक, कोरक, तन्तुर, तन्तुल, नाल, बिस, मृणाल, मृणाली, मृणालिनी, मृणालकन्द, मुराट, विसिनी।

कमल-दल – किसलय, दल, संवर्त्तिका।

कमल-धूलि – धूलि, पद्मकर्कटी, पद्मबीज, पद्माक्ष, पराग, पाँसु, मधु, रज, रेणु।

कमल-बीज – कमलगट्टा, कन्दली, क्रौन्चा, क्रौन्चादनी, गट्टा, बट्टा, भेण्डा, वराटक, श्यामा।

कमल-रस – मकरन्द, मधु, रस।

कमला – ऐश्वर्य, धन, नारंगी, महालक्ष्मी, रमा, लक्ष्मी, श्री, संतरा, सुन्दर स्त्री, हरप्रिया, हरिप्रिया।

कमाल – अत्यन्त, अद्भुत कर्म, आश्चर्य, कारीगरी, कुशलता, ज़्यादा, निपुणता, परिपूर्णता, पूरा, सम्पूर्ण, सब।

कमी – अल्पता, कोताही, घाटा, टोटा, तोड़ा, न्यूनता, नुकसान, हानि।

कमीना – अधम, असज्जन, ओछा, क्षुद्र, नीच, पामर, मक्कार, मन्द।

कर्ण – अंगराज, अंगराट्, अर्कनन्दन, आदित्यनन्दन, कौन्तेय, चाम्पेश, रविपुत्र, राधेय, वसुषेण, सूतपुत्र, सूदपुत्र, सूर्यपुत्र, सूर्यसुत।

कर्णफूल – कर्णिका, कनफूल, तरकी, तरौना, तालपत्र।

कर्ज – उधार, उधारी, ऋण, कर्जा, कुसीद।

कर – ओला, किरण, छल, पत्थर, पाखण्ड, महसूल, युक्ति, सूँड, हाथ।

करकना – कसकना, खटकना, गड़ना, चुभना, पीड़ा देना, दुखाना।

करतूत – कर्म, करनी, करतब, कला, काम, गुण, हुनर।

करंज – अंगारवल्ली, उदकीर्य, कंटकरंज, कंटकिकरंज, कंज, कंजा, कट्कलेजा, करज, करंज, करंजा, करंजु, करंजक, करंजवा, कलिमार, काँटा करंज, काकघ्नी, कैडर्य, गुच्छफल, घियाकरंज, घृतपर्णक, चिरबिल्व, तपस्वी, नक्तमाल, पूतिक, पूतिकरंज, पूतिपर्ण, पूतिपत्र, पूकिरंज, प्रकीर्य, बद्धफल, रोचन, वृत्तपर्ण, विटपकरंज, विषारी, शार्गंष्ठा, षड्ग्रन्थ, षड्ग्रन्था, स्निग्धपत्र, हस्तिवारुणी।

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करवा (लोटा) – आल, आरु, आलु, कर्करी, गडुआ, गलन्तिका, बृहत् जलपात्र, लोटा।

करार – आराम, इकरार, ऊँचा किनारा, कौल, चैन, ठहराव, तसल्ली, धैर्य, प्रण, प्रतिज्ञा, वायदा, संतोष, सहमति, स्थिरता।

कर्कश – ईक्ष, कड़ा, कठोर, काँटेदार, क्रूर, खुरखुर, गन्ना, तलवार।

कर्त्तव्य – करने योग्य, कर्म, काम, कार्य, क्रिया, कृत, कृति, कृत्य, कृत्यकर्म, धर्म, प्रयोजन, फर्ज़।

करियारी – अग्निजिह्वा, अग्निमुखी, अनन्ता, इन्दुपुष्पिका, इन्द्रपुष्पिका, कलिकारी, कलियारी, कलिहारी, गर्भघातिनी, गर्भनुत, गर्भपातिनी, दीप्ता, नक्ता, पुष्पसौरभ, ब्रणहृत्, लांगलिकी, लांगुली, विशल्या, वह्निवक्रा, वह्निशिखा, विद्युतज्वाला, शक्रपुष्पी, स्वर्णपुष्पा, हलिनी, हली।

करील – उष्णसुन्दर, कटूफल, करिर, करीर, क्रशशाख, क्रकच, क्रकर, गूढ़पत्र, ग्रन्थिल, तीक्ष्णकण्टक, तीक्ष्णसार, निष्पत्र, निष्पत्रिका, मरुभुरुह, मृदुकल, विदाहिका, विष्वक्पत्र, शतकुन्त, शाकपुष्प, शोणपुष्प, सुफल।

करुणा – अनुकम्पा, अनुग्रह, कारुण्य, कृपा, दया।

करेला – उग्रकाण्ड, कण्डूर, करका, करेली, कटिल्लका, काण्डकटुक, कारबेल्ली, चिरिपत्र, तोपवल्ली, पटु, वारिबल्ली, वृहद्वल्ली, सुकण्ड, सुषवी, सूक्ष्मवल्ली।

करैत-साँप – करइत, मातुलाहि, मालुधान।

करौन्दा – अविग्न, अविघ्न, कण्टकी, करमर्द, करमर्दी, करमर्दक, कराम्बुक, कराम्ल, कराम्लक, कृष्णपाक, कृष्णष्पाकफल, कृष्णफल, क्षीरफल, क्षीरी, गुच्छी, जातिपुष्प, डिंडिम, दृढ़कण्टक, पाककृष्ण, पाकफल, पाणिमर्द, बहुदल, बोल, वनालय, वनालक, वनेक्षुद्रा, वश, सुपुष्प, सुषेग, हणचूक।

कलई – कली, चमक-दमक, चूना, तड़क-भड़क, दिखावट, बनावट, रहस्य, रांगा, सफेदी।

कलंक – अपवाद, किंजलक, दाग, दोष, पंक, मली, मलीन, मसि, मिर्याद, लक्ष्म, लांछन।

कलछी – कर्छी, करछुल, करछुलि, कलछुल, कम्बी, खजाका, चमचा, दर्वी।

कलम – लेखनी। अन्य सभी पर्यायवाची शब्द जानिए

कल्पवृक्ष – कल्पतरु, कल्पद्रुम, कामतरु, तरुराज, तरुसुरराज, देवकाष्ठ, देवतरु, देवदारु, देववृक्ष, परलोकतरु, पारिजात, पीतदारु, भद्रक, भद्रकाष्ठ, मन्दार, शक्रदारु, शांभव, शिवदारु, सुरतरु, सुरद्रुम, सुरलोकद्रुम, स्निग्धतरु, हरिचंदन।

कल्याण – आनन्द, उपकार, कुशल, क्षेम, परहित, भद्र, भव्य, भविक, भावुक, भला, भलाई, मंगल, शं, शस्त, श्वः, शिव, शुभ, श्रेयस, सुख।

कलयुग – कलि, कलिकाल, कलियुग, कल्कि, कृष्णयुग।

कलवार – कलाल, कलार, शुण्डी, शौण्डिक।

पर्यायवाची शब्द | समानार्थी शब्द | All Hindi Synonyms

कलश – कुंभ, कुट, गगरी, गागर, घट, घड़ा, घटिका, मटका।

कला – अंश, अक्षर (छन्द), अवयव, करतब, कारीगरी, किरण, कौषल, कौतुक, खेल, छटा, जिह्वा, ज्योति, ढंग, तेज, नौका, प्रभा, पेंच, फ़न, बहाना, भाग, मात्रा, यंत्र, युक्ति, लगाव, लेश, वर्ण, विभूति, शिल्पकर्म, शिल्पनैपुण्य, शिव, शोभा, सूद, हीला, हुनर।

कलाकार – अभिनेता, कला-कुशल, कवि, गायक, चित्रकार, मूर्त्तिकार।

कली – अस्फुटित पुष्प, कलिका, कोरक, जालक, मुकुल, मुकुलितपुष्प।

कलुष – क्रोध, दोष, दोषी, पाप, पापी, मलिन, मलिनता, मैला, मैलापन, भैंसा।

कलेजा – अग्रमांस, बुक्का।

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कल्पना – अंदाजा, अच्छी रचना, अनुमान, अध्यारोप, उद्भावना, बनावट, सजावट।

कल्याण – अच्छा, मंगल, भला, भलाई, शुभ, सोना।

कवच – अँगरी, आवरण, कंचुक, कंटक, छाल, छिलका, ज़िरहबख्तर, तनुत्र, तनुत्राण, तनुवार, शरीरत्राण, सँजोया।

कवि – आचार्य, ऋषि, कविराज, कवीन्द्र, कवीश, कृति, कोविद, ज्ञ, ज्ञानी, छान्दस, दूरदर्शी, धीमान्, पण्डित, प्राज्ञ, ब्रह्मा, मनीषी, विचक्षण, विदग्ध, शायर, शुक्र, श्रोत्रिय, सत्, सुजान, सुवी, सूर्य, सूरि।

कष्ट – उत्पीड़न, क्लेश, कलेश, क्षोम, खेद, तकलीफ, दर्द, दुःख, पीड़ा, पीर, भीर, मुसीबत, यंत्रणा, यातना, व्यथा, व्याधि, विषाद, वेदना, श्वेद, शोक, संकट, संताप।

कस्तूरी – अण्डजा, कामान्धा, गन्धधूलि, गन्धशेखर, धूपसंचारी, नाभी, मदनी, मदलता, मार्ग, मार्जारी, मिश्रा, मृगनाभिजा, मृगनाभि, मृगमद, मृगाण्डजा, मोदिनी, योजनगन्धिका, ललिता, वातामोद, वेधमुख्या, श्यामला, सहस्रभित्, सहस्रवेधी, सुभगा।

कसक – अभिलाष, अरमान, टीस, पुराना बैर, सहानुभूति, हमदर्दी।

कसाई – कौटिक, कौटकिक, मांसक, मांसिक, मांसविक्रेता, वैतंसिक, हिंसक।

कसेरू – कसेरुक, कसेरुका, क्षुद्रमुस्ता, गुण्डकन्द, राजकसेरुक, शूकरेष्ट, सुकन्द, सुगन्धि।

कसौटी – कष, कस, क्षाण, निकष।

कहना – उचारना, उच्चारण करना, कथना, कथन करना, निवेदन करना, बयान करना, बताना, बतराना, बतलाना, बोलना, भाषण करना, वर्णन करना, व्यक्त करना, संलाप करना।

कहार – गोण्ड, पनभरा, पनहारा, महरा, स्कन्धभार।

काँच – कंच, कांच, काच, कृत्रिमरत्न, पिगाण, मुुकुर, शीशा।

काँजी – अभियुत, आरनालक, आवन्तिसोम, कांचिक, कांजिक, कुण्डल, कुंजल, कुल्माष, कुल्माषाभियुत, गृहाम्ल, तुषाम्बु, धान्यमूलक, महारस, वीर, शुक्तचुक, संधान, सौवीर।

क पर्यायवाची – समानार्थी – Synonyms

काँटा – कंटक, खार, शूल, सूल।

काँसा – असुराह्वय, कंस, कंसास्थि, कांस, कांसक, कांस्य, कांसीय, काँसी, कस्कुट, घंटाशब्द, घोरपुष्प, घोरलोह, घोष, ताम्रत्रपुंज, ताम्रार्द्ध, दीपतलोह, दीप्ति, दीत्पलोहक, प्रकाश, फूल, बंगशुल्बज, वह्निलौहक, विद्युत्प्रिय, सौराष्ट्रक।

काका कौआ – काकातूआ, तूआ।

काकोली – कायस्थिका, क्षीरा, जीवन्ती, धीरा, पयस्या, पयस्विनी, मधुरा, मेदुरा, वायसोलिका, वयस्था, वीरा, शीतपाकी, शुक्ला, स्वादुमांसी। (‘क्षीरकाकोली’ के पर्याय ‘क्ष’ पर देखिए) अन्य सभी पर्यायवाची शब्द जानिए

काटना – अलग करना, कतरना, टुकड़े करना, तोड़ना, मारना।

काठ – काष्ठ, दारु, शंकु, स्थाणु।

काजू – अग्निकृत, अरुष्कर, उपपुष्पिका, काजूतक, गुच्छपुष्प, पार्वती, पृथग्बीज, वृत्तफल, स्निग्धपीतफल।

कान – अंगराज, कर्ण, वचोग्रह, शब्दग्रह, श्रव, श्रवण, श्रवणेन्द्रिय, श्रुति, श्रुतिपटल, श्रुतिपुट, श्रोत, श्रोत्र।

कान का मैल – कर्णमल, खूँट, पिंजूषा।

कानकटा – खण्डकर्ण, बूचा, लघुकर्ण।

कानखजूरा – कर्णजलौका, कर्णसूचिका, गोजर, शतपदी।

काना – एकाक्ष, काण, काणा।

कान्ति – आभा, चमक, द्युति, प्रभा, सुषमा।

काम – अभिलाषा, आकांक्षा, इच्छा, इस्तेमाल, उद्देश्य, उपयोग, कर्म, कामना, कामदेव, कारबार, कार्य, कारीगरी, कामशास्त्र, क्रिया, कृत, कृत्य, गर्ज़, चाह, तृषा, तृष्णा, दस्तकारी, प्यास, प्रयोजन, बनावट, मतलब, मनोऽभिलाषा, मनोरथ, मनोर्थ, महादेव, रचना, रोजगार, व्यवसाय, व्यवहार, वास्ते, वासना, सरोकार।

कामी – इच्छुक, कबूतर, काकड़ासिंगी, कामातुर, कामार्त्त, कामुक, चकवा, चन्द्रमा, चिड़ा, मदोन्मत्त, मस्त, मेहरा, विषयी, स्त्रैण, सारस।

कामदेव – अंड, अतनु, अदेह, अनंग, अनन्यज, अव्यक्त, आत्मभू, कान्त, कान्तिमान्, कन्दर्प, काम, कामी, कामग, कामुक, कामचार, कामद, कामवर्द्धन, किंकर, कुसुमबाण, कुसुमधन्वा, कुसुमायुध, कुसुमषर, कुसुमेषु, खेलक, दर्पक, नन्दक, नन्दन, नन्दी, नवरंगी, पंचबाण, पंचभूत, पंचशर, पुष्पकेतु, पुष्पचाप, पुष्पधन्वा, पुष्पायुध, पुष्पशायक, प्रद्युम्न, ब्रह्मसू, भ्रामक, भृंग, मकरकेतु, मकरध्वज, मकरपति, मदन, मन्मथ, मन्थि, मनसिज, मनजात, मनोज, मनोजात, मनोभव, मयन, मयान, मातंग, मार, मीनकेतन, मीनकेतु, मैन, मोह, मोहक, मोहन, मोहवर्द्धन, रम, रमण, रममाण, रतिपति, रतिप्रिय, रतिसखा, विरहविदार, विलास, विश्वकेतु, शंकरारि, शम्बरारि, सारंग, स्मर, स्वप्नेश, हरि।

कामधेनु – कामदा, कामदुह, कामदुहा, कामधुक्, कामधुक्धेनु, देवधेनु, शबला, शबली, सुरधेनु, सुरभि, सुरसुरभि, स्वर्गधेनु, हविर्धानी, हविष्मति।

क पर्यायवाची – समानार्थी – Synonyms

कामला – कँवल, काँवला, पाण्डु।

कायफर – कट्फल, काफल, कायफल, कुमुदिका, कुमुदी, कुम्भी, कुम्भिपाकी, कैटर्य, त्वक्फल, नासानु, पुरुष, भद्रा, भद्रारंजनक, रोहिणी, लघुकाष्मर्य, श्रीपर्णिका, श्रीपर्णी, सोमवल्क, सोमवृक्ष।

कायर – कापुरुष, डरपोक, बुजदिल, भयभीत।

कायस्थ – करण, कूटकृत, दिवान, पंजीकर।

कार्तिक – ऊर्ज्ज, कातिक, कार्तिकक।

कार्तिकेय – अग्निकुमार, अग्निभू, आदिदेव, ईश्वर, कार्तिक, कुमार, क्रौञ्चदारण, गुह, गुहा, ज्ञानगम्य, तारकजित्, तारकाजित, थिरुचनदूर मुर्गा, देवदेव, परब्रह्म, पार्वतीनन्दन, प्रभु, ब्रह्म, बाहुलेय, भगवत्, भूतेश, महारुद्र, महासेन, योगेश्वर, वल्लिवल्लभ, विष्णु, विशाख, विश्वेश, शंकर, शक्तिधर, शक्तिश्वर, शरजन्मा, शरभव, शिखिवाहन, शिव, शिवात्मज, श्रीविशाख, षडानन, षाण्मातुर, सर्वेश्वर, सेनानी, स्कन्द, स्वामि, स्वामिनाथ।

कारण – आदि, निमित्त, प्रयोजन, मूल, वजह, विष्णु, सबब, साधन, हेतु।

कारागार – कारावास, जेलखाना, बन्दीगृह, यातनागृह।

कारीगर – कारु, कुषल, दस्तकार, निपुण, शिल्पी, शिल्पकी, शिल्पकार, हुनरमन्द।

काल – अंत, अकाल, अवसर, कल, क़हत, काला, दुर्भिक्ष, महँगी, मृत्यु, मौका, यमदूत, यमराज, वक्त, शनि, समय, साँप, लोहा।

काला – कलुषित, कलूटा, कृष्ण, प्रचण्ड, बड़ा, बुरा, भारी, श्याम, साँवला, स्याह।

कालीजीरी – अरण्यजीर, कण, बृहन्याली, क्षुद्रपत्र।

काशी – आनन्दकानन, आनन्दपुरी, आनन्दवन, काशिका, महाश्मशान, मोक्षदापुरी, वाराणसी, शिवपुरी।

कास – अमरपुष्पक, इक्षगन्धा, इक्षरस, इक्षारी, कच्छलकारक, काँस, काण्ड, काकेक्षु, काश, काशा, काशी, दर्भपत्र, नादेय, नीरज, वायसेक्षु, शारद, शिरि, सुकाण्ड।

किताब – कुतुब, ग्रन्थ, पुस्तक, पोथी, बहीखाता।

किन्नर – किंपुरुष, गीतमोदी, तुरंगमुख, नर्तक, मयु, हरिण।

किनारा – उपान्त, कगार, कूल, कोर, छोर, तट, तीर, निकट, पर्यंत, पास, पार्श्व, पुलिन, बगल, बेलातट, समीप, साहिल, सिरा।

किरण – अंशु, अर्चि, कर, किरन, केतु, गभस्ति, गो, ज्योति, द्युति, दीधिति, दीप्ति, पुंज, मरीचि, मयूख, रश्मि, वसु।

किरीट – ताज, मुकुट, शिरोभूषण।

किला – अगम, कलतर, कुट, कोट, गढ़, दुर्ग, दुर्गम, प्राचीर, विकटस्थल, विद्ध, शहरपनाह, सौध।

किवाड़ – अरर, कपाट, किवार, केवाड़, दरवाजा, पट, पल्ला, फाटक।

किशमिश – कपिलफला, काश्मीरी, गोस्त्नी, पथिका, मधुवल्ली, मधूलि, मृद्वी, शतवीर्या, हराहूरा, हरिता, हिमोत्तरा, हैमवती।

पर्यायवाची शब्द | समानार्थी शब्द | All Hindi Synonyms | क पर्यायवाची – समानार्थी – Synonyms |

किसान – अन्नदाता, कर्षक, काश्तकार, किसान, कृषक, कृषिक, कृषिकार, कृषिजीवी, कृषीबल, क्षेत्रक, क्षेत्रज्ञ, क्षेत्री, क्षेत्रपति, खेतिहर, दहकान, भूमिपुत्र, भूमिसुत, हलधर, हलवाहा, हली, हालक, हालिक।

किस्मत – नियति, भाग्य, विधि, होनी।

किस्सा – आख्यान, कथा, कहानी, काण्ड, झगड़ा, तकरार, वृत्तान्त, समाचार, हाल।

कीचड़ – कचला, कदम्ब, कर्दम, कलुष, कीच, गारा, चीखर, पंक।

कीड़ा – कीट, कृमि, भुरकुटा। अन्य सभी पर्यायवाची शब्द जानिए

कीर्ति – अभिख्या, कीर्त्तना, ख्याति, गुणावलि, दीप्ति, पुण्य, प्रसाद, बड़ाई, यष, वर्ण, श्लोक, संगीत-ताल, समज्ञा, समाख्या, समाज्ञा, समज्या, सुख्याति।

कीमत – दाम, महत्त्व, मूल्य, लागत।

कुँआ – अन्धु, इनार, इनारा, इन्दारा, उदपान, कुँवा, कूप, जलात्मिका, जलाम्बिका, तमस, निपान, निवान, प्रहि।

कुंठित – मन्द, संकुचन, हीन।

कुंडी – कड़ी, कुण्डा, कोण्ढ़ा।

कुंडल – कर्णवेष्टन।

कुंडली – कचनार, कुण्डलधारी, कुण्डली, कुण्डलिनी, केवाँच, खंधड़ी, गिलोय, गेंडुरी, जन्मपत्री, डफली।

कुकरौंदा – कुकुन्दर, कुक्कुरद्रु, ताम्रचूड़, सूक्ष्मपत्र।

कुचिला – कच्चीर, काकेन्दु, कारस्कर, कालकूट, कालपिलुक, किम्पाक, कुपाक, कुपिलु, कुलक, गरदु्रम, चिपिट, जलज, तिन्दुक, दीर्घपत्रक, मर्कट तिन्दु, विषतिन्दु, रम्यफल, वर्त्तुल, विषद्रुम।

कुटकी – अंजनी, अरिष्टा, कंटवरा, कटु, कटुका, कटुरोहिणी, कृष्णा, कृष्णमेदा, केदारकटुका, चक्रांगी, जननी, तिक्ता, द्विजांगी, मस्यपित्ता, महौषधि, शकुलादनी, शतपर्वा।

कुटनी – अर्जुनी, कुट्टनी, कुम्भदासी, गणेरुका, दूती, माधवी, रंगमाता, शम्भली, सम्भली।

कुटिल – कपटी, खल, घुँघराला, छल्लेदार, टेढ़ा, दगाबाज़, वक्र, शठ।

कुत्ता – कालेपक, कूकर, कुक्कुर, कौलेयक, गंडक, ग्राम्यमृग, भल्लूक, भषण, भाषक, मृगदंशक, मृगारि, रात्रिजागर, वक्रलागंल, वृकारि, श्वनज, श्वा, श्वान, शयालु, शुनक, शुनि, शूर, श्रवान, सरमेव, सारमेय, सोनहा।

कुतूहल – अचम्भा, आश्चर्य, इच्छा, उत्कण्ठा, क्रीड़ा, खिलवाड़, कौतुक।

कुदाल – अवदारण, कुदार, कुद्दाल, खनित्र।

कुन्द – अट्टपुष्पक, अट्टहास, तारपुष्प, दमन, दलकोष, भृंगबन्धु, भृंगसुहृद्, मकरन्द, मनोज्ञ, मनोरम, मनोहर, महामोद, माध्य, मुक्तापुष्प, शुक्लपुष्प, सदापुष्प, वनहास, वरट, वोरट।

कुन्दुरू – ओष्टी, कन्दूरी, कर्मकरी, झण्डिकेशी, तुण्डि, तुण्डिकेरी, पीलुपर्णी, बिम्बा, बिम्बाफल, बिम्बक, बिम्बिका, बिम्बजा, बिम्बी, रक्तफला, रुचिरफला।

कुबड़ा – कुब्ज, कुबरा, गडुल।

पर्यायवाची शब्द-समानार्थी शब्द | क पर्यायवाची – समानार्थी – Synonyms |

कुबेर – अर्यपति, अलकाधिप, ईष्वरसखा, एकाक्ष, एकपिंग, ऐलविल, किंपुरुषेश्वर, कित्ररेश, किन्नरेश, कोपनायक, गुह्यकेश्वर, त्र्यम्बकसखा, द्रव्याधीश, देवकोषाध्यक्ष, धनद, धनदेव, धनदेवता, धनपति, धनपाल, धनाधिप, धननाथ, धनवारी, धनेश, धनेश्वर, धनस्वामी, नरवाहन, निधिनाथ, निधीश्वर, पिंगल, पुण्यजनेश, पौलस्त्य, मनुष्यधर्मा, यक्ष, यक्षपति, यक्षराज, राजराज, यक्षेश्वर, वसुप्रद, वित्तनाथ, वित्तेश, वैश्रवण, शजराज, श्रीद, श्रीमान, सख, सितोदर, सोम, हर्य्यक्ष।

कुबेर-का ऐश्वर्य ऐश्वर्य, भूति, विभूति।

कुबेर का खजाना – कोष, निधि, भण्डार, शेवधि।

कुबेर का पर्वत – कुबेराचल, कुबेराद्रि, कैलाश पर्वत।

कुमार – कार्तिकेय, कुँवारा, तोता, पुत्र, बेटा, युवराज, लड़का, सुग्गा।

कुमारी – अविवाहिता, दुर्गा, पार्वती।

कुमुद – इन्दुकमल, कुँई, कोंई, कच्छ, कन्दोत, कमोदिनी, कह्लार, कुब, कुमोदिनी, कुवलय, कैरव, गर्दभ, गन्धसोम, चन्द्रकान्त, चन्द्रिकाम्बुज, धवलोत्पल, नलिनी, पद्मिनी, शीतलक, सितोत्पल।

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कुम्हार – कुंभकार, कुलाल, कुलाली, कूटपाल, कृटपालक, कोंहार, घटक, घटकार, घटजनन, चक्रचर, चक्री, चक्रजर, चक्रजीवक, चाक्रिक, दण्डभृत्, भरट, भार्गव, सूकर।

कुम्हड़ा – काशीफल, कुमार, कूष्माण्ड, ग्राम्या, गुड़योगफला, पीत कूष्माण्ड, पीत पुष्पा, पीतफला, मिलया कद्दू, लाल पेठा, सफुरिया।

कुरमी – कुनवी, कूर्मवंशी, कूर्मीय।

कुररी – उत्क्रोष, कुरर, कुरल, क्रौंच, टिड्डी, टिट्टिम, टिटिह, टिटिहरी।

कुरूप – कदाकार, कुडौल, कुत्सितरूप, दर, भदेस।

कुरूपता – अरूपता, अपरूपता, कदर्य, विरूपता।

कुल – खानदान, घर, घराना, जाति, पूरा, भवन, मकान, वंश, वाममार्ग, समस्त, समुदाय, सब, समूह, सम्पूर्ण।

कुलीन – अभिजात, आर्य, उत्तम, कुलश्रेष्ठ, कुल्ज, कुल्य, कौलेय, कौलेयक, जात्य, भद्र, महाकुल, सज्जन, सत्कुलज, सद्वंशज, सभ्य, सवर्ण, साधु, साधुज, सुकुल, सुजान।

कुलींजन – कुलंज, कुलंजन, गन्धमूल, तीक्ष्णमूल।

कुशा – कुतुप, कुरब, कुष, दर्भ, पवित्र, बर्हि, यज्ञभूषण, याज्ञिक, सूच्यग्र, हृस्वगर्भ।

क पर्यायवाची – समानार्थी – Synonyms | समानार्थी शब्द |

कुशल – अच्छा, अक्लमंद, आप्त, कर्मण्य, कामिल, काबिल, कुशल, क्षेम, खैरियत, गुणी, गुरु, चतुर, चरबाँक, चालाक, दक्ष, धुरंधर, नटवर, नागर, निपुण, निष्णात, नेक, पंडित, पारंगत, पटु, पीर, पेशक, पुण्यशील, प्रवीण, प्राज्ञ, प्रौढ, भला, मंगल, माहिर, योग्य, राजीखुषी, विज्ञ, विदग्ध, शातिर, शिल्पी, शिव, श्रेष्ठ, सजग, सयाना, साधक, सिद्ध, सिद्धहस्त, सुघड़, सुजान, सुविज्ञ, सूत्थान, हातिम, हुन्नरमंद, होशियार।

कूँची – इशिका, ईषिका, तूलिका, मार्जनी।

कूटू – कसपत, काठू, कालापुस्वा, कुल्टू, कोटू, तुम्बा, फाफर।

कूल्हा – कटिप्रोथ, कुल्हा, कुल्हड़, स्फिच।

कूल – किनारा, तट, तालाब, नहर।

कृतांत – कृतान्त, देवता, धर्मराज, नक्षत्र, पाप, भरणी, मृत्यु, यम, शनिवार, सिद्धांत।

कृपा – अनुकम्पा, अनुकम्पना, अनुक्रोश, अनुग्रह, करुणा, दया, प्रसाद, मया।

कृष्ण – अच्युत, कंसारि, कन्हैया, किशन, किशना, किसन, किसना, केशव, कैटमारि, गरुड़ध्वज, गिरधर, गिरधारी, गिरिधर, गोपीनाथ, गोपाल, गोपीवल्लभ, गोविन्द, गोवर्धनधारी, घनश्याम, चक्रपाणि, चतुर्भुज, जनार्दन, द्वारकाधीश, दामोदर, देवकीनन्दन, नन्दकिशोर, नन्दकुमार, नन्दनन्दन, नन्दलाल, नटवर, नारायण, पद्मनाभ, पुरुषोत्तम, बंशीधर, बनवारी, ब्रजभूषण, ब्रजवल्लभ, भगवान, बिहारी, मधुसूदन, माधव, मुकुन्द, मुरारि, मुरमर्दन, मुरलीधर, मोहन, यदुनन्दन, यदुराज, यादवेश, योगीन्द्र, रणछोड़, राधिकारमण, राधापति, राधारमण, राधावल्लभ, राधास्वामी, वंशीधर, वासुदेव, विश्वंभर, वृन्दावन बिहारी, श्याम, सँवलिया, साँवले, हृषीकेश।

कृषि – काश्तकारी, किसानी, खेतीबाड़ी।

कृश – कमजोर, कृशकाय, क्षीणकाय, दुबला, दुर्बल।अन्य सभी पर्यायवाची शब्द जानिए

केंचुआ – किंचुल, किंचुलुक, केचुआ, गण्डूपद, गण्डूपदी, महीलता, शिली, शूककीट।

केकड़ा – कर्क, कर्कट, कर्कटक, कुलीर।

केकड़ा सिंगी – कर्कटी, कर्कटशृंगी, कुलिंगी, घोषा, चक्रा, चक्रांगी, चन्द्रास्पदा, नतांगी, महाघोषा, वक्रा, विषार्णिका, शिखरी, शृंगी।

केतु – धूमकेतु, धूम्रकेतु, मत्सवाहन, शिखि, शीर्षग्रह।

केला – अम्बुसारा, अंशुमत्फला, आयतच्छदा, ऊरुस्तम्भा, कदल, कदलक, कदली, कुंजरासरा, कालकप्रिया, काष्ठला, गजवसा, गुच्छदंतिका, गुच्छफला, चर्मण्वती, तन्तुविग्रहा, तत्पत्री, नगरौषधि, निःसारा, निसारा, फलनिराट, बालकप्रिय, भानुफल, भानुफला, मोचक, मोचा, रंभा, रमाफल, राजेष्टा, राजेष्ठा, रोचक, लोचक, वनलक्ष्मी, वारणबुषा, वारबुसा, वारणबुसा, वारणवल्लभा, वारवृषा, सकृत्फला, सुकुमारा, सुफला, हस्तिविषाणी।

क पर्यायवाची – समानार्थी – Synonyms

केवड़ा (पीला) – कनकप्रसवा, कामखगंदला, छिन्नरुहा, पुष्पी, लघुपुष्पा, सुगन्धिनी, विष्ठारुहा, स्वर्णकेतकी, स्वर्णपुष्पी, हैमी।

केवड़ा (सफेद) – इन्दुकलिका, कण्टदला, क्रकचच्छद, क्रकचा, केतकी, चामरपुष्प, जम्बुक, गन्धपुष्पा, तीक्ष्णपुष्पा, दलपुष्पा, दीर्घपत्रा, धूलिपुष्पिका, नृपप्रिया, पांषुला, मेध्या, विफला, षिवद्विष्टा, सूचिकापुष्प, स्थिरगन्धा।

केवट – कर्णधार, कैवर्त, खेवट, खेवैया, जालक, तारक, दाश, धीवर, नाविक, नौसाध्यजन, मल्लाह, माँझी।

केवाँच – अजडा, अजहा, अध्यण्डा, आत्मगुप्ता, आर्षभी, ऋषभ, ऋष्यप्रोक्ता, कण्डूरा, कच्छुरा, कच्छूमती, कपिकच्छु, कपिप्रभा, काशीलोमा, कुण्डली, कौंछ, गात्रभंगा, गुरु, चण्डा, जड़ा, जटा, दुरभिग्रहा, प्रावृपा, प्रावृषायणी, बदरी, मर्कटी, वानरी, लांगली, वृष्या, व्यंगा, व्याघ्रा, शुकपिण्डी, शुकषिम्बा, शुकशिम्बिका, स्वयंगुप्ता, सद्यःषोथा।

केश – अलक, कच, कुंतल, चिकुर, पश्म, बाल, रोम, शिरोरुह।

केसर – अग्नि, अग्निशिख, अयाल, अरुण, असृक, अस्र, कश्मीरी, कसीस, कान्त, कालेयक, काश्मीरज, कुंकुम, कुमकुम, कुसुमात्मक, कुसुम्भ, केशर, खल, गौर, घस्र, घुसृण, चन्दन, चारु, जागुड, दीपक, देववल्लभ, देववल्लभा, धीर, नागकेसर, पिशुन, पीत, पीतक, पीतन, पीतपराग, पीतवर्ण, पुन्नाग, बकुल, मौलसरी, रक्त, रक्तचन्दन, रक्तसंज्ञ, रज, रुचिर, रुधिर, लोहित, वर, वरेण्य, वाल्हीक, शठ, शोणित, शोणिताहृदय, संकोच, संकोचपिषुन, सौरभ, स्वर्ग, हरिचन्दन।

केसरी – केशी, केहरी, नाहर, पशुराज, मृगराज, मृगेंद्र, वनराज, शार्दूल, शेर, सिंह।

केसारी – कस्सा, कसूर, खेसारी, त्रिपुट, सण्डिक।

कैंची – कतरनी, कर्त्तरी, कृपाणी।

कैथा – अक्षसस्य, कइत्थ, कगित्थ, कपित्थ, कपिप्रिय, करंजफलक, करभवल्लभ, कवित्थ, कपीष्ट, काटिन्यफल, कुचफल, गन्धफल, ग्रन्थिफल, ग्राही, ग्राहीफल, चिरपाकी, दन्तफल, दन्तशठ, दधित्थ, दधिफल, देवपादाढ्य, नीलमल्लिका, पुष्पफल, मंगल्य, मन्मथ, मालूर।

कैद – अवरोध, कारागृह-दण्ड, कारावास, कारावास-दण्ड, जेल की सजा, दण्ड, बन्ध, बन्धन।

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कैदी – उपग्रह, प्रग्रह, प्रतिग्रह, बन्दी।

कोंचना – गड़ाना, गुफाना, गोदना, चुभाना, धँसाना, बींधना।

कोख – उदर, गर्भाशय, जठर, पेट।

कोचवान – दक्षिणस्थ, नियन्ता, प्राजिता, सारथी, सूत।

कोट – आवर्तक, घेरा, परिध, प्रकारक, प्राचीर, पुरसीम, वेष्टक, सालि।

कोठार – कुठला, कोठा, कोठरी, कोठिला, बखार, बखारी, भण्डार।

कोढ – उत्पल, कुष्ट, कोठ, पारिभव्य, पाकल, पापरोग, फूल, मण्डलक, व्याधि, वाप्य।

क पर्यायवाची – समानार्थी – Synonyms

कोदव – कुद्रव, कुद्दाल, कोद्रव, कोर्द्रव, कोदो, कोरदूष, कोरदूषक, कोरदुष्क, कोद्दार, कोहाल, मदनाग्रक।

कोमल – अकठिन, कोंवर, नर्म, नरम, मनोहर, मुलायम, मृदु, मृदुल, सरल, सुकुमार, सुन्दर, स्निग्ध।

कोयल – कलकण्ठ, कलधोष, कलापी, कादम्बरी, काकपाली, कामान्ध, काकलीरव, काल, कुहुकण्ठ, कुहुकिनी, कुहूरव, कुहुशब्द, कोकिल, कोकिला, गन्धर्व, ताम्राक्ष, पंचमा, परपुष्ट, परभृत, पाली, पिक, पिकी, बसन्तदूत, मत्त, मदनपाठक, मदनशलाका, मधुकण्ठ, मधुगायन, वनप्रिय, वनप्रिया, वसन्तदूत, वासन्त, श्याम, श्यामा, सारंग, सारिका, सुधाकण्ठ।

कोविद – पंडित, विद्वान, विशारद।

कोष – कोषगृह, कोषागार, खजाना, धनागार, निधि, भण्डार, भाण्डार, भाण्डागार।

कोसना – अपवाद करना, कुढ़ाना, गाली देना, जलाना, जी दुखाना, निन्दा करना, दुःखी करना, बदकारना, बुराभला कहना, शाप देना, सरापना।

कोहनी – कफोणी, कूर्पर, केहुनी, टिहुनी।

कौआ – अलि, अरिष्ट, आत्मघोष, एकदृग, एकाक्ष, कटखादक, करट, करठ, करकट, करटक, काक, काकोल, काग, काण, कृष्ण, कौवा, कौशिकारि, खटखादक, खर, गाढ़मैथुन, गूढ़कामी, ग्रामीण, चक्री, चलाचल, चिरंजीवी, दीर्घायु, द्रोण, ध्वांक्ष, धूलिजंघ, नागवीरक, परभृत, पर्वत काक, पिशुन, फाग, बलिपुष्ट, बलिभुक्, बलिभृत, महालोल, मुखर, रतज्वर, वायस, वृक, श्रावक, सकृत्प्रज, सूचक।

कौड़ी – उद्वाहवी, कपर्द, कपर्दक, कपर्ही, चर, चराचर, बराट, बराटक, बराटिका, बालक्रीड़क, वर्ज्य।

कौसीस – कासीस, केसर, खाचर, धातुकासीस, धातुशेखर, नीलमृत्तिका, नेत्रौषध, पांसुकासीस, पुष्पकासीस, मलीमस, वत्सक, विशद, शोधन, शुभ्र, हंसलोमस, हृस्व, हीराकस।

क्रम – तरतीब, शनैः शनैः, सिलसिला।

क्रुद्ध – कुपित, क्रोधित, क्रोधी, नाराज।

क्रूर – कर्कश, कठिन, कूर, घातक, घातुक, घोर, टिर्रा, डरावना, तीक्ष्ण, तीखा, दयारहित, दुष्ट, निठुर, निष्ठुर, निर्दय, निर्मोही, नीच, नृशंस, पाप, बर्बर, बेदर्द, बेदर्दी, बेरहम, भयंकर।

क्रूरता – कर्कशता, कठिनता, काठिन्य, निर्दयता, निर्मोह, निर्ममता, निष्ठुरता, पाप, भयंकरता।

क्रोध – अनख, अमर्ष, आवेश, आवेशन, एह, कामानुज, कोप, कोह, गुस्सा, चण्ड, जूर्णि, झल, झोंझल, त्यज, तपुधि, तम, तमक, तैश, पाणिपीड़न, प्रतिघ, भाम, भीम, मत्सर, मन्यु, मान, यक्ष, राग, रार, रिस, रोष, व्यथि, हर, ह्वर, हृणि, हेल।

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पर्यायवाची-शब्द Paryayvachi-Shabad ओ औ (भाग-7)

पर्यायवाची-शब्द Paryayvachi-Shabad

अं से ज्ञ तक हिंदी वर्णक्रमानुसार ‘ओ औ’ वर्ण के शब्दों के पर्यायवाची-शब्द Paryayvachi-Shabad पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं? पर्यायवाची शब्द का अर्थ।

‘उ एवं ऊ’ वर्ण के शब्दों के पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad

पर्यायवाची शब्द

ओंकार- ॐ, ओं, ओम्, ओऽम्, ईश्वर सूचक शब्द।

ओंठ- अधर, ओठ, ओष्ठ, दन्तवस्त्र, रदनच्छद, होंट, होंठ।

ओक- अंजलि, अँजुरी, अयन, आलय, आश्रय, आवास, उल्टी, कै, गृह, गेह, घर, जगह, ठिकाना, ठौर, निवास, निवास स्थान, मकान, मतली।

ओकाई- उल्टी, ओक, कै, छर्द, मचली, मतली, वमन।

ओखली- उलूखल, ऊखल, ओखल, काँडी, कूँडी।

ओघ- जलवेग, ढेर, धार, धारा, प्रवाह, राशि, समूह।

ओड़हुल- अड़हुल, अर्ककांता, अर्ककान्ता, अर्कप्रिया, अर्कवल्लभा, अरुणा, ओड़पुष्प, ओडाख्या, गुड़हर, जपा-कुसुम, जपाकुसुम, जवा, जवापुष्प, जवा-पुष्प, त्रिसन्ध्या, देवीफूल, प्रातिका, रक्तजपा, रक्तपिंड, रक्तपिंडक, रक्तपिण्ड, रक्तपिण्डक, रक्तपुष्पी, रागपुष्पी, रामपुष्पी, वरा, विक्रांता, विक्रान्ता, हरिवल्लभा, हलहुल, हेमपुष्पिका।

ओछा- अधम, अल्प गहरा, अशिष्ट, उथला, कम, कमीना, कम गहरा, क्षुद्र, खोटा, घटिया, छिछला, छिछोरा, छोटा, तुच्छ, नीच, निकृष्ट, पोच, बुरा, हल्का, हीन।

ओछापन- अशिष्टता, कमीनापन, क्षुद्रता, घटियापन, छिछोरापन, तुच्छता, नीचता, नीचपना, निकृष्टता, बुराई, हल्कापन, हलकापन, हीनता।

ओज- कांति, चमक, जोर, ताकत, तेज, दम, दीप्ति, प्रताप, पराक्रम, पौरुष, बल, बल-वीर्य, शक्ति, सामर्थ्य।

ओजस्विता- कांति, तेजस्विता, दीप्ति, प्रभावशालिता।

ओजस्वी- असरदार, कांतिमान, जोरदार, जोरावर, ताकतवर, तेजपूर्ण, तेजस्वी, दमदार, दीप्तिमान, प्रतापी, प्रभावी, प्रभावशाली, पराक्रमी, बलवान, बलशाली, बलिष्ठ, वीर्यवान, शक्तिमान, शक्तिशाली, सबल, सशक्त।

ओझल- अदृश्य, आड़, ओट, गायब, छुपा, छुपा हुआ, लुप्त।

ओझल होना- अंतर्धान होना, अंतध्र्यान होना, अदृष्य होना, गायब होना, छिप जाना, तिरोहित होना, लुप्त होना, विलुप्त होना।

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पर्यायवाची-शब्द Paryayvachi-Shabad

ओझा- गुणी, तांत्रिक, भूत-प्रेत झाड़ने वाला, सयाना, सोखा।

ओझाई- ओझा-गुणी, झाड़फूंक।

ओट- आड़, ओझल, छिपाव, जई (एक प्रकार का अन्न), दुराव, पनाह, पनाहगाह, पर्दा, परदा, व्यवधान, शरण, शरणस्थल।

ओढ़ना- ढकना, धारण करना, पहनना, लपेटना।

ओढ़नी- उढ़ौनी, उत्तरीय, उपरनी, उपरेनी, चादर, चुन्नी, डुपट्टा, दुपट्टा, पिछौरी, फ़रिया।

ओतप्रोत- अंतर्व्याप्त, ओत-प्रोत, डूबा, डूबा हुआ, तर, भरा, रंजित, लबरेज, लबालब, सराबोर।

ओद- आर्द्र, गीला, गीलापन, तरी, नम, नमी।

ओदक- जलप्राणी, जलीय प्राणी, जल में रहने वाला जन्तु, जल में रहने वाला प्राणी।

ओदन- पका चावल, पकाया हुआ अन्न, भात।

ओदारना- उखाड़ना, गिराना, ढाना, ढाहना, नष्ट-भ्रष्ट करना, फाड़ना, विदीर्ण करना।

ओर- अंत, आदि, आरंभ, किनारा, छोर, तरफ, दिशा, पक्ष, प्रान्त, भाग, सिरा।

ओल- आड़, गोद, जिमीकन्द, पनाह, शरण, सूरन।

ओला- इन्द्रोपल, उपल, ओट, कर, करका, गुप्त बात, जलमूत्र्तिका, तुहिन, पत्थर, परदा, बिनौरी, बिनौली, भेद, रहस्य, हिम-उपल, हिमोपाल।

ओस- कोहरा, कुंझटिका, तुषार, तुहिन, तुहिन-कण, तुहिल, निशाजल, नीहार, नीहारकण, मिहिका, शबनम, शीत, हैम।

ओसारा- अलिन्द, ओटा, दालान, प्रकोष्ठक, प्रघण, प्रघाण।

ओहदा- अफसरी, दर्जा, नौकरी, पद, पदवी, स्थान।

ओहार- अच्छदपट, आवरण, आच्छादन, निचोल, निबुल, पटल, परदा।

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पर्यायवाची-शब्द Paryayvachi-Shabad

औंधा- अधोमुख, उल्टा, उलटा, मुँह के बल, पट, पट्ट।

औकात- आर्थिक बल, आर्थिक शक्ति, आर्थिक स्थिति, पौरुष, बिसात, सामर्थ्य, शक्ति, हैसियत।

औचक- अकस्मात्, अचानक, औचका, औचकाय, औचट, एकाएक, एकदम, एकबारगी, कठिनता, कठिनाई, यकायक, विकटता, संकट, सहसा।

औघड़- अघोरी, अनाड़ी, अनपढ़, अवधूत, औघर, फक्कड़, फ़कीर, बेडौल, भद्दा, मनमौजी, मस्ताना, मस्तमौला, मौजी।

औचित्य- उपयुक्तता, तर्कसंगति, तर्कसंगतता, प्रासंगिकता, संगति।

औज़ार- उपकरण, करण, यंत्र, राछ, साधन, हथियार।

औढर- आशुतोष, उदार, उदारचरित, दाता, दानी, मनमौजी।

औदार्य- उदारता, महत्ता, श्रेष्ठता, सहृदयता।

औपचारिक- उपचार-संबंधी, दिखावटी, यथाचार, यथानियम, रस्मी, रिवाजी, रीतिक, रैतिक, लौकिक, व्यवहारिक, विधि-अनुसार, शिष्टाचार, सोपचार।

औपचारिकता- रस्म, रीति, लोकाचार, व्यवहारिकता।

और- अधिक, अन्य, एवं, एवम्, के अतिरिक्त, के साथ, के साथ-साथ, कोई और, गैर, ज्यादा, तथा, दूसरा, पर, परकीय, पराया, फिर, बेगाना, भिन्न, व।

औरत- अंगना, अबला, कलत्र, कांता, कामिनी, गृहिणी, घरनी, घरवाली, जनाना, जनियां, जोरू, तिय, तिरिया, त्रिया, दारा, नारी, पत्नी, महिला, मानवी, मादा, बनिता, बीवी, भामा, भामिनी, भार्या, लुगाई, स्त्री, सुतनु। अन्य सभी पर्यायवाची शब्द भी जानें

औरस- जायज, धर्मपत्नी से उत्पन्न संतान, वैध पुत्र, स्वजात।

औरसी- धर्मपत्नी से उत्पन्न पुत्री, विवाहिता स्त्री से उत्पन्न कन्या, वैध पुत्री।

औलाद- आसऔलाद, बाल-बच्चे, संतति, संतान।

औषधालय- अस्पताल, औषधशाला, उपचारगृह, चिकित्साभवन, चिकित्सालय, दवाखाना, भैषज्यागार।

औषधि- इलाज, उपचार, ओषधी, औषध, चिकित्सा, जड़ी-बूटी, दवा, दवा-दारू, भेषज।

औसत- दरमियाना, मध्यम दर्जे का, मामूली, साधारण, सामान्य।

औसान- अंत, अवसान, चेत, परिणाम, बुद्धि, सुध-बुध, हवास, होश, होश-हवास।

औहत- अपहत, अपमृत्यु, कुगति, दुर्गति, दुर्दशा।

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पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad ऋ, ए तथा ऐ (भाग-6)

पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad

अं से ज्ञ तक हिंदी वर्णक्रमानुसार ‘ऋ, ए तथा ऐ’ वर्ण के शब्दों के पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad एवं पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं? पर्यायवाची शब्द का अर्थ।

‘ऋ, ए तथा ऐ’ वर्ण के शब्दों के पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad

पर्यायवाची शब्द

ऋक्ष- भल्लाट, भल्लूक, भालू, भीलूक, रीछ।

ऋक्षेश- कलाधर, चंद्रमा, चंदा, चाँद, निशानाथ, राकेश, शशि।

ऋण- उधार, उधारी, कर्ज, कर्जा।

ऋणी- उपकृत, ऋणिया, कर्जदार, देनदार।

ऋतु- ऋतुकाल, ऋते, कालविशेष, मासिक धर्म, मौसम, रजःस्राव, रुत।

ऋद्धि- ऋद्धि-सिद्धि, बढ़ती, सफलता, समृद्धि, सम्पन्नता, वृद्धि।

ऋष्यकेतु– कामदेव, मकरकेतु, मकरध्वज, मदन, मनोज, मन्मथ।

ऋषभ- गोनाथ, पुंगव, बलीवर्द, बैल, वृष, वृषभ।

ऋषि- तपस्वी, महात्मा, मन्त्र द्रष्टा, मनीषी, मुनि, योगी, साधु, सूक्तद्रष्टा।

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एक करना- एकीकरण करना, संगठन बनाना, संघटित करना, सम्मिलित करना।

एकतंत्र- अधिनायकतंत्र, एकछत्र, तानाशाही, राजतंत्र।

एकता- अभिन्नता, अभेद, एकत्व, एकरूपता, एकसूत्रता, ऐक्य, बराबरी, मेल, मेलजोल, मेलमिलाप, संगठन, संश्रय, सद्भाव, समन्वय, समानता, सांमजस्य, सुमति।

एकदंत- गजानन, गणेश, लंबोदर, वक्रतुंड, विघ्नेश, विनायक।

एकान्त- अकेला, इकन्त, एकाकी, तन्हा, निर्जन, निराला, विथावान, विरान, शान्त, शून्य, सुनसान, सूना।

एकान्तवास- गुप्तवास, निर्जनवास, विजनवास।

एकरूप- अनुरूप, अभिन्न, अभेद, तुल्यरूप, समरूप, समानता, सादृश्य।

एवं- इसी प्रकार, और, ऐसा ही।

एषणा- अभिलाषा, आकांक्षा, इच्छा, कामना, हसरत।

एहसान- अनुग्रह, उपकार, कृपा।

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ऐंठन- अकड़, ऐंठ, कड़, कुटिल भाव, गर्व, घमण्ड, ठसक, तनाव, दंभ, द्वेष, बल, मरोड़, विरोध, हेकड़ी।

ऐंठना- अकड़ना, इतराना, उमेठना, तनाव, मरोड़ना, मरोरना, मुर्री देना, शेखी बघारना।

ऐंद्रिक- इन्द्रियगत, इंद्रियजनित, इंद्रियजन्य, इंद्रिय विषयक, ऐंद्रिय।

ऐक्य- एकत्व, एकता, एका, मेल।

ऐच्छिक- इच्छानुसारी, वैकल्पिक, स्वैच्छिक।

ऐबी- अंगहीन, खोटा, दूषण-युक्त, दुष्ट, नटखट, बुरा।

ऐयार- चालाक, धूर्त, मक्कार।

ऐयाश- कामाचारी, कामी, कामुक, भोगनिरत, भोगी, लम्पट, विलासी, विषयी, विषयासक्त, व्यभिचारी।

ऐयाशी- इंद्रियलोलुपता, काम, कामचरिता, भोग, विलासता, विषयासक्ति।

ऐश- आराम, ऐयाशी, चैन, भोग-विलास, विलास, व्यभिचार, सुख।

ऐश्वर्य- आधिपत्य, ठाठ-बाट, धन-सम्पत्ति, प्रभुत्व, विभूति, वैभव, समृद्धि।

ऐहिक- दुनियावी, भौतिक लौकिक, सांसारिक।

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पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad ‘उ एवं ऊ’ वर्ण के शब्द (भाग-5)

पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad | Hindi Synonyms

अं से ज्ञ तक हिंदी वर्णक्रमानुसार ‘उ एवं ऊ’ वर्ण के शब्दों के पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad एवं पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं? पर्यायवाची शब्द का अर्थ।

‘उ एवं ऊ’ वर्ण के शब्दों के पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad

पर्यायवाची शब्द | Hindi Synonym | Hindi Synonyms

उकटना- ओटना, नंगई करना, बात खोलना, बारबार कहना।

उकताना- उबाना, ऊबना, खिझाना, खीजना, चिढ़ना, चिढ़ाना।

उकसना- उचकना, उझकना, ऊपर आना, उठना, उभड़ना, उमड़ना, चढ़ना, तनना, कूदना।

उकेलना- उकिलाना, उतारना, उतितना, उलटना, उसिलना, उधेड़ना, खोलना, नीचे लाना।

उखड़ना- उकसना, उभड़ना, उमड़ना, निकलना।

उग्र- उत्कट, घोर, तीव्र, प्रचण्ड, प्रबल, रौद्र।

उग्रता- उग्रत्व, चण्डता, प्रचण्डता।

उगना- अँकुराना, अँखुआना, उत्पन्न होना, उभड़ना, उरोहना, निकलना, बढ़ना।

उगलना- आगे रखना, उलटना, उलटी करना, ओकलाना, ओकाना, कै, कय करना, छाँट करना, थूकना, निकालना, प्रकट करना, बाहर करना, वमन करना।

उगाहना- इकट्ठा करना, उतारना, एकत्र करना, तहसीलना, वसूल करना, वसूलना।

उघारना- उद्धाटित करना, खोलना, जाहिर करना, नंगा करना, परदा खोलना, प्रकट करना, व्यक्त करना।

उड़द- उर्द, उरदी, कलाय, कुरुविन्द, धान्यवीर, पुरीषम, बलाढ्य, मांसल, पित्र्य, पितृभोजन, बली, बीजरत्न, माख, माष, माषक, माह, वृषांकुर।

उचटना- उखड़ना, उच्चाट होना, खिन्न होना, टूटना, बिखरना, बिचलना, बिछलना, विचलित होना।

उचाड़ना- अलगियाना, उधेड़ना, खसोटना, नकोटना, निकालना, नोंचना।

पर्यायवाची शब्द | Paryayvachi Shabad | Hindi Synonyms

उचित- ग्राह्य, परिमित, योग्य, युक्त, श्रेयस्कर।

उछलना- उछाल मारना, कूदना, फुदकना।

उजड़ना- उखड़ना, नष्ट होना, बिलटना, विनाश होना।

उजाला- आतप, आलोक, ओज, त्विषा, तेज, दीप्ति, द्योत, प्रकाश, प्रभा, विभा।

उझिलना- उँडेलना, उछिलना, उदहना, उलटना, उलिचना, ढालना, निकालना।

उत्कण्ठित- अभिलषित, अभीच्छित, इच्छित, उत्क, उन्मन, औत्सुक्य, प्रेच्छित, प्रलुब्ध, वांछित।

उतरना- अवतरित होना, आजाना, घटना, धँसना, नीचे आना।

उतराना- ऊपर आना, तैरना, थिराना, पैरना, पौड़ना।

उत्पत्ति- आरंभ, आविर्भाव, उद्गम, उद्भव, उदय, जनन, जन्म, पैदाइश, शुरू, सृष्टि।

उत्पात– अमंगल, अषुभ, उपद्रव, ऊधम, झगड़ा, टंटा, बखेड़ा, विघ्न।

उत्तम- उत्कृष्ट, कल, कलित, कान्त, चारु, छबीला, नीक, पवित्र, प्रकृष्ट, प्रधान, प्रमुख, प्रवर्ह, प्राग्रय्, भद्र, मंजु, मंजुल, मनोरम, मुख्य, रुचिकर, रुचिर, रूर, ललाम, ललित, वर, वर्य्य, श्रेयस्कर, श्रेष्ठ, शोभायुक्त, शोभित, सरस, सुघर, सुठि, सुन्दर, सुदेश, सुभग, सुष्ठि, सुष्ठु, सुहाई, सुहावन। अन्य पर्यायवाची जानें

उत्तर- एक दिशा, जवाब, प्रतिउत्तर, प्रतिकार, प्रतिभाषण, प्रत्युक्ति, प्रतिवचन, प्रतिवाक्य, पिछला, पीछे, बाद का, श्रेष्ठ।

उत्सव- उछाह, उद्धव, त्योहार, धूमधाम, पर्व।

उत्साह- उछाह, उमंग, जोश, साहस, हिम्मत, हौसला।

उथलना- उलटना, औंधाना, नीचे-ऊपर करना।

उद्गार- उफान, उबाल, उल्टी, कफ, थूक, वमन, विचार।

उदार- अनुकूल, दाता, बड़ा, श्रेष्ठ, सरल, सीधा।

पर्यायवाची शब्द | Paryayvachi Shabad | Hindi Synonyms

उदाहरण- कथा-प्रसंग, दृष्टान्त, मिसाल।

उद्धार- छुटकारा, दुरुस्ती, निस्तार, मुक्ति, सुधार।

उद्धारना- छुटकारा देना, तारना, पार लगाना, बचाना, मुक्त करना, बचाना।

उद्देश्य- इष्ट, तात्पर्य, मतलब, लक्ष्य।

उन्नति- अभ्युदय, उत्कर्ष, उत्थान, उदय, चढ़ाव, प्रगति, प्रवर्द्धन, प्रसार, बढोतरी, बरकत, विकास, वृद्धि, समृद्धि।

उन्माद – उन्मना, चित्तविभ्रम, चित्तविप्लव, पागलपन, मतिभ्रंश, मदातिरेक, लहर, विक्षिप्ति, सनक।

उपकार- उद्धार, उपकृति, नेकी, भलाई, लाभ, हित, हितसाधन।

उपचार- इलाज, खुशामद, घूस, चिकित्सा, प्रतिकार, प्रयोग, रिश्वत, व्यवहार, विधान, सेवा।

उपटना- उपट आना, उभर आना, दाग पड़ना, निशान पड़ना।

उपदंश- अवदंश, आतशक, गर्मी, गरमी, फिरंग रोग।

उपदेश- गुरुमंत्र, दीक्षा, नसीहत, प्रवचन, शिक्षा, सीख।

उपद्रव- उत्पात, ऊधम, दंगा, फसाद, हलचल।

उपमा- तुलना, मिलाना, समानता, सादृश्य।

उपला- उपरी, कण्डा, करीष, गोइँठा, गोहरा, गोहरी, चिपरी।

उपवन- आक्रीड़, आराम, उद्यान, कृतारण्य, कृत्रिमवन, चित्रविपिन, निष्कुट, पुष्पवाटिका, पुष्पोद्यान, फुलवारी, बगीचा, बाग, बाटिका।

उपवास- अनशन, अनाहार, औपवस्त, निराहार, भोजनाभाव, लंघन।

उपहार- उपग्राह्य, उपढौकन, उपदा, उपायन, प्रदेशन, प्राभृत, पुरस्कार, भेंट।

उपासना- परिचर्य्या, वरिवस्या, शुश्रूषा, सेवा।

उपाय- अध्यवसाय, आयोजन, उद्यम, उद्योग, क्रिया, कोशिश, चेष्टा, तरकीब, तरीका, यत्न, युक्ति, विधान, विधि, साधन।

उपेक्षा- अनादर, उदासीनता, घृणा, तिरस्कार, लापरवाही, विरक्ति।

उफनना- उथलना, उबलना, खौलना, गरम होना, गरमा जाना, जोश में आना।

उबटन- उच्छादन, उत्सादन, उद्वर्त्तन, चिक्कस, चीकस, बुकवा।

उबालना- औटना, औटाना, खौलाना, गरमाना, जोश लाना, पकाना।

पर्यायवाची शब्द | Paryayvachi Shabad | Hindi Synonyms

अन्य पर्यायवाची जानें

उमर- अवस्था, आयु, उम्र, जीवनकाल, वयस, वै।

उर्वरा- उपजाऊ, उर्वरी, सस्याढ्या।

उल्का- ज्वाला, तेज, दीया, दीपक, प्रकाश, मशाल।

उल्लंघन- अतिक्रमण, अवमानना, विरोध, व्यत्पयन, व्युतिक्रमण।

उल्लू- अंध, उलूक, कवि, काकारि, कुशि, कौशिक, घुग्घू, घूक, घोरदर्शन, तामस, दिनौंधी, दिवाकीर्ति, दिवान्ध, दिवाभीत, दिवास्पान, नक्तचंर, निशार, पिंगल, बेवकूफ, मूर्ख, लक्ष्मीवाहन, हरिलोचन।

उस्तरा- अस्तूरा, क्षुरा, क्षुरिका, छूरा।

उँजाली रात- कौमुदी, चन्द्रिकयान्वित, ज्योत्स्नी, विभावरी, हस्द्रिा।

ऊपर- अतिरिक्त, अधिक, ज्यादा, पर, परे, पहले, प्रतिकूल।

ऊषाकाल- अमृतवेला, अरुणोदय, उदयकाल, उषाकाल, तड़का, प्रत्यूष, प्रभात, प्रातः, प्रातःकाल, पूर्वसंध्या, वासर, सवेरा, सुबह, सूर्योदय।

ऊष्मा- आवेश, उग्रता, उष्मा, उष्णता, क्रोध, गरमी, ग्रीष्मकाल, जलन, ताप, तापु, तेजी, भाप।

ऊसर- अनुर्वरा, ऊषर, वन्ध्याभूमि, सस्यहीना।

ऊँघ- अलसाई, आलस्य, उँघाई, उपनिद्रा, तन्द्रा।

ऊँघना- अलसाना, झपकी लेना, झेंपना, तन्द्रित होना, पलक मारना, सुस्त पड़ना, सुस्ताना।

ऊँट- अघ्वग, उष्ट्र, कंटकाशन, कण्टकाशक, क्रमेल, क्रमेलक, करभ, कुलनाश, केलिकीर्ण, ग्रीवी, जवी, जांघिक, जांघिका, दासेर, दासेरक, दीर्घ, दीर्घग्रीव, दीर्घगति, दीर्घजंग, दुर्गलंघन, द्विककुद, धूम्रक, धूम्रषूक, धूसर, बलिष्ठ, बली, बहुकर, भीली, भूतघ्न, भूमिगम, मय, मरुद्विप, मरुप्रिय, महांग, महाजंग, महाग्रीव, महाध्वज, महानाद, महापृष्ठ, लंबग्रीव, लम्बग्रीव, लम्बोष्ठ, वक्रग्रीव, वक्रगुल्फ, वासन्त, शृंखलक, शरभ, शिशुनामा, शुतुर।

अन्य पर्यायवाची जानें

पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad ‘इ, ई’ वर्ण के शब्द (भाग-4)

पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad

अं से ज्ञ तक हिंदी वर्णक्रमानुसार ‘इ, ई’ वर्ण के शब्दों के पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad एवं पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं? पर्यायवाची शब्द का अर्थ।

‘इ, ई’ वर्ण के शब्दों के पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad

पर्यायवाची शब्द

इंद्र- अमरेश, अमरपति, अर्ह, आखण्डल, उग्रधन्वा, उर्वशीनाथ, ऋजुरोहित, ऋभुक्षा, ऐश्वर्यवान्, कौशिक, गोत्रभित्, जम्भभेदी, जिष्णु, तपस्तक्ष, तुषाराट्, दिशिराज, दुश्च्यवन, देवताघिप, देवपति, देवराज, देवेन्द्र, देवेश, नमुचिसूदन, नाकनाथ, नाकपति, पर्वतारि, पाकरिपु, पाकशासन, पुरदंशा, पुरन्दर, पुरहूत, पुरुहूत, पुलोमारि, पूतक्रतु, पूर्वदिक्पति, प्राचीनबर्हि, प्राचीपति, बृत्रहा, बृहद्रथ, बलाराति, बिडौजा, मघवा, मरुत्वान, महेन्द्र, मालिक, मेघपति, मेघराज, मेघवाहन, यासव, लेखर्षभ, वृत्रहा, वृद्धश्रवा, वृषा, वज्री, वज्रधर, वज्रपाणि, वसव, वासव, वास्तोस्पति, विश्वम्भर, शक्र, शचीपति, शचीश, शतऋतु, शतक्रतु, शतधृति, शतमन्यु, संक्रन्दन, सलस्राक्ष, सहस्राक्ष, सुत्रामा, सुनासीर, सुरपति, सुरपाल, सुरेन्द्र, सुरेश, सुरवर, सुरश्रेष्ठ, सोमपति, स्वामी, स्वाराट्, हरि, हरिहय।

इंद्रजौ- इन्द्रयव, कलिंग, कालिंगक, कुटज, भद्रज, भद्रयव, यव, वत्सक, शक्रबीज।

इंद्र का हाथी- अभ्रमातंग, अभ्रमुवल्लभ, ऐराबत, ऐरावण, गजाग्रणी, चतुर्दन्त, मल्लनाग, राजेन्द्र, श्वेतहस्ती, सदादान, सुदामा।

अन्य पर्यायवाची जानें

इंद्राणी- इन्द्रवधु, ऐन्द्री, जयवाहिनी, पुलोमजा, पूतक्रतायी, पौलोभी, मधवानी, माहेश्वरी, शची, शतावरी।

इंद्रधनुष- इन्द्रायुद्ध, ऋतुरोहित, शक्रचाप, शक्रधनु, सप्तवर्ण, सुरचाप, सुरधनु।

इंद्रपुरी अमरावती, इंद्रलोक, देवपुरी, देवलोक।

इंद्रिय- अक्ष, इंद्री, कृषि, करण, ग्रहण, गुणकरण, विषयी, हृषीक।

पर्यायवाची शब्द | Paryayvachi Shabad | Hindi Synonyms

इंसान- आदमी, जन, नर, पुरुष, मनुष्य, मानव, मानुष।

इच्छा- अरमान, अभिरुचि, अभिलाषा, आकांक्षा, आरजू, इष्टि, ईप्सा, ईहा, उत्कंठा, एषणा, कामना, चाह, मनोकामना, मनोरथ, रुचि, लालसा, लिप्सा, वांछा, स्पृहा।

इतिहास- अतीत, इतिवृत, प्राचीनकथा, पुराण, पुरावृत्त, पूर्वकथा, पूर्ववृत, पूर्ववृत्तांत।

इमली- अत्यम्ला, अम्ला, अम्लिका, अम्लीका, आब्दिका, आम्लिका, आम्री, गुरुपत्रा, चरित्रा, चारित्रा, चुक्रा, चुक्रिका, चुक्रू, चिंचका, चिंचा, तितिण्ड, तित्तिडी, तिंतिडिका, तिंतिड़ीक, तिंतिका, तितिली, दन्तषठा, पंक्तिपत्रा, पिच्छिला, भुक्तिका, यमदूतिका, वृक्षाम्ल, शाकचुक्रिका, सर्वाम्ला, सुचुक्किका, सुतिंतिडी।

अन्य पर्यायवाची जानें

इलायची (छोटी) – उपकुंजिका, कपोतवर्णी, कुनटी, कोरंगी, गंधफलिका, गर्भारा, गुजराती, गौरांगी, चन्द्रबाला, चन्द्रसम्भवा, चन्द्रिका, छंद्दिकारिपु, तीक्ष्णगन्धा, त्रिपुटा, त्रुटि, द्राविड़ी, निष्कुटी, पुटिका, पुत्था, बहुला, भृगपर्णिका, वयःस्था, श्वेतैला, सफेद इलायची, सूक्ष्मैला।

इलायची (बड़ी) – इन्द्राणी, एला, एलीका, ऐन्द्री, कन्याकुमारी, कांता, कायस्था, कुमारिका, गंधालीगर्भ, गर्भसम्भवा, गोपुटा, त्रिदिवोद्भवा, त्रिपुटा, धृताची, निष्कुटी, पूर्वी इलायची, पृथ्वी, बहुला मलेया, बृहदेला, बाला, भद्रैला, महिला, लाल इलायची, सुरभित्वक्, स्थूलएला।

Paryayvachi Shabad – पर्यायवाची शब्द

ईख- अधिपत्र, असितपत्र, असिपत्रक, इक्षु, इक्षुर, ऊख, कर्कोटक, कान्तार, कोषकार, गुड़दारू, गुड़मूल, गन्ना, दीर्घच्छद, पयोधर, पौंडा, मधुतृण, मधुयष्टि, मृत्युपुष्प, भूमिरस, रसाल, वँष, विपुलरस, वृष्य, सुकुमारक।

ईमानदार- ऋजु, दयानतदार, निश्छल, निष्कपट, नेकनीयत, शुद्धमति, सच्चा, सत्यनिष्ठ, सत्यपरायण, सदाशय।

ईश्वर- अक्षय, अक्षर, अगोचर, अच्युत, अज, अद्वैत, अनन्तर, अन्नदाता, अनादि, अलख, अविनाशी, ईश, कर्त्ता, चिन्मय, गुणातीत, गोविन्द, जगत्पति, जगदीश, जगदीश्वर, जगन्नाथ, जगन्नियंता, दामोदर, दीनदयाल, दीनबन्धु, दीनानाथ, देवाधिप, देवातिदेव, देवेष, नारायण, निर्गुण, निरंजन, निराकार, प्रभु, पति, परमपिता, परमात्मा, परमेश्वर, परब्रह्म, पुरुषोत्तम, ब्रह्म, ब्रह्मा, भगवान, भुवनेश, महेश्वर, महाप्रभु, राम, विधाता, विश्वकर्मा, विश्वनाथ, विश्वम्भर, व्यापक, शंकर, शर्व, शिव, सच्चिदानंद, सर्वव्यापी, सर्वेश्वर, सांई, साजन, साहिब, स्वामी, हरि, हिरण्यगर्भ।

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ईर्ष्या- कुढ़न, खार, जलन, डाह, द्वेष, रश्क, विद्वेष।

ईर्ष्यालु- ईर्ष्यायुक्त, डाहीद्वेषी, विद्वेषी, स्पृहाशील, स्पृहालु।

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पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad आ – के पर्यायवाची शब्द (भाग-3)

पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad | Hindi Synonym

अं से ज्ञ तक हिंदी वर्णक्रमानुसार ‘आ’ वर्ण के शब्दों के पर्यायवाची शब्द Paryayvachi Shabad एवं पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं? पर्यायवाची शब्द का अर्थ।

आ – के पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad

आँकना- अन्दाजना, अनुमान करना, निरखना, समझना।

आँख- अँखड़ी, अँखिया, आँखड़ी, अंबक, अखिया, अक्ष, अक्षि, ईक्षण, ऐन, गो, गोलक, चख, चक्षु, चक्षुसू, चर्मचक्षु, चश्म, ज्योति, मजीठ, दर्पण, दर्शन, दीठ, दीदा, दृक्, दृग्, दृश्, दृशा, दृष्टि, देवदीप, नज़र, नयन, नयना, नीथ, नेत्र, नैन, नैना, प्रेक्षण, रक्षिणी, लोचन, लोयन, विलोचन, वीक्षण, विश्वंकर, वीदा।

आँगन – अँगना, आंगण, अजिर, गृहांगण, चत्वर, चतुःशाल, चैक, चैगान, चैसार, प्रांगण, बगर, बाड़ा, बाखर, सहन, संजवन।

आँधी – अंधड़, प्रकम्पन, प्रभंजन, बवण्डर, महावात।

आँवला – अकरा, अमृता, अमृतफल, अमृतफला, आमलक, आमलकी, आमला, औंरा, कर्षफला, कायस्था, जातीफल, तिष्या, तिष्यफला, धात्रिका, धात्री, धात्रीफल, पंचरसा, बहुफली, रोचनी, वयस्था, वृत्तफला, वृष्पा, शान्ता, श्रीफल, श्रीफली, शिवा।

आँसूृ- अँसुआ, अँसुवा, अश्क, अस्र, अश्रु, टसुआ, दृगम्बु, दृगजल, नयनाम्बु, नयनजल, नयननीर, नयनवारि, नयनसलिल, नेत्राम्बु, नेत्रजल, नेत्रनीर, नेत्रवारि, नैत्रज, बाष्प, रोदन।

आक- अर्क, अकौआ, अर्यमा, अहर्यपि, अहर्मणि, अहर्बान्धक, आस्फोत, उष्णरष्मि, क्षीरकाण्डक, क्षीरदल, क्षीरपर्णी, क्षीरांग, क्षीरी, खर्जूघ्न, गणरूप, जम्भल, तूलफल, दिबाकर, प्रताप, प्रभाकर, पुच्छी, बसुक, भानु, भास्कर, मंदार, मदार, विकर्तन, विकोरण, विक्षीर, विभाकर, विवस्वान, शीतपुष्पक, शुकफल, सदापुष्य, सदासुम, सूनु, सूर्याह्ण, हरिदख, हिमराति।

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पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad | Hindi Synonyms

आकर्षक- दिलकश, मनोहर, मनोहारी, मोहक।

आकाश- अंतरिक्ष, अंतरीक्ष, अंबर, अंभ, औंधा घड़ा, अक्षर, अनंग, अनंत, अब्ज, अभ्र, अर्श, आसमान, उडुपथ, ख, खगोल, गगन, घनाश्रय, चर्ख, तारापथ, त्रिपिष्टप, द्यावा, द्यु, द्यो, द्यौ, दिव, नभ, नभस्थल, नाक, नील, नीलनिलय, नीलाकाश, पुष्कर, फलक, बुलन्द, भुवन, मरुत्पथ, मरुद्वत्र्म, महाबिल, महाशून्य, मेघपथ, मेघवत्र्म, मेघवेश्म, मेरूपृष्ठ, लोकलाश, व्योम, वायुमण्डल, वितान, वियतू, विष्णुपद, विहाय, शून्य, शून्यसर्वतोमुख, सुरवत्र्म, सोमधारा, स्वर्गपथ।

आकाश गंगा- आकाश जनेऊ, आकाश नदी, किराती, नभगंगा, मंदाकिनी, स्वर्णनदी, सुरदीर्घिका।

आकुल- अधीर, अस्वस्थ, अकल, आत्र्त, आतुर, उद्विग्न, कातर, क्षुब्ध, दुखित, बिहाल, बेकरार, बेकल, बेचैन, बेताब, बेसब्र, बेहाल, व्यग्र, व्यस्त, व्याप्त, विकल, विह्वल, संकुल।

आकृति- अवयव, आकार, गठन, गढ़न, चेष्टा, चेहरा-मोहरा, ढाँचा, डील-डौल, नैन-नक्श, मुख, बनावट, मूर्ति, रूप।

आक्रमण- चढाई, घेरना, छेंकना, धावा, हमला।

आक्षेप- अभियोग, इल्ज़ाम, आरोप, दोषारोपण।

आखिर- अंत, अंतिम, खतम, पिछला, समाप्त।

आखिरकार- अंततः, अंततोगत्वा, परिणामतः, फलतः।

आख्यान- इतिवृत्त, कथा, कहानी, किस्सा, बयान, वर्णन, वृत्त, वृत्तान्त।

आख्यायिका- उपन्यास, प्रसिद्ध कथा।

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पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad

आग- अंगार, अग्नि, अनल, अपित्त, अरुण, आत्मा, आशुशुक्षणि, ईर्ष्या, उल्का, उषर्बुध, ऊष्मा, और्वि, कामाग्नि, कुन्त, कुतप, कृपीटयोनि, कृशानु, कील, गरमी, घृतकेश, चिनगारी, चित्रभानु, जलन, जातवेद, ज्योति, ज्वलन, ज्वाला, डाह, तनूनपात्, तपन, ताप, त्रिधाम, दग्धद्रुम, दमुन, दमुना, दव, दवारी, दहन, द्रुतासन, देवपात्र, देववाहन, द्यु, धनंजय, धनद, धूम्रकेतु, धूमध्वज, पवनवाहन, पांचजन्य, पाचन, पाथ, पावक, पावन, पिंगल, पुण्डरीक, पृथु, प्राण, बड़वाग्नि, बहनी, बर्हि, बसुन्दर, बहुल, बाड़व, बृहद्, बृहद्भानु, ब्राह्मण, भारत, भास्कर, भुव, भूरितेेजस्, मनु, रोहिताश्व, लपट, लवर, लौ, वह्नि, वायुसख, वासदेव, वीतिहोत्र, विभावसु, वृक, वैश्वानर, शिखा, शिखी, शिखीधनंज, शुक्र, शुचि, शुष्भ, सप्तार्चि, सप्तजिह्व, हर, हरि, हव, हवन, हव्यवाहन, हिरण्यरेत, हुतभुक, हुताशन।

आगे- अग्गल, अग्र, अग्रे, पहले, पूर्व, प्रथम।

आज्ञा- अनुज्ञा, अनुमति, अववाद, आदेश, इजाज़त, निदेश, निर्देश, फरमान, शासन, शिष्टि, हुक्म।

आड़- आश्रय, ओझल, ओट, टेक, डंक, धूनी, पर्दा, रक्षा, रोक, शरण।

आड़ी (पक्षी)- आटी, आठी, शराटी, शराडी, शराती, शराली।

आचमन- आचम, उपस्पर्श, शुचिप्रणी।

आचरण- चाल-चलन, बरताव, व्यवहार, सदाचार, शिष्टाचार।

आचार- अनुष्ठान, आचरण, चरित्र, चारित्र, चालढाल, वृत्त, व्यवहार, बर्ताव, शील, शुद्धि, सफाई।

आडंबर- आच्छादन, आवाज़, ऊपरी, ढकोसला, ढोंग, तम्बू, दर्प, दिखावा, प्रपंच, पटह, पाखण्ड, बनावटी, मटामटी, साँग।

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Paryayvachi Shabad

आत्मा- अर्क, अग्नि, अन्तःकरण, अन्तरपुरुष, अन्तर्भूत, अन्तरात्मा, अमूर्त, अव्यक्त, अहंकार, क्षेत्रज्ञ, गोरथ, चित्त, चेतन, चेतनतत्त्व, चैतन्य, जन्मी, जन्य, जात, जीव, जीवात्मा, दिव्यस्वरूप, देव, देह, धर्म, प्राण, पुत्र, मन, ब्रह्म, ब्रह्मांश, ब्रह्मरूप, बुद्धि, बेटा, वायु, विभु, शरीर, सर्वज्ञ, सर्वव्याप्त, सूक्ष्म देह, सूक्ष्म शरीर, सूर्य, स्वभाव, हुताशन।

आदर्श- नमूना, प्रतिमान, प्रतिरूप, मानक।

आदरणीय- मान्य, सम्मान्य, सम्मानीय, समादरणीय।

आदि- आदिम, आरंभ, आरंभिक, इत्यादि, ईश्वर, पहला, प्रथम, प्रारंभ, बिल्कुल, बुनियाद, मूल कारण, शुरू का, सम्भारभ।

आदमी- जन, नर, मनुज, मनुष्य, मानव, व्यक्ति।

आधार- अवलंब, आलबाल, आश्रय, जड़, थाला, नींव, पात्र, मूल, सहारा।

आनन्द – आमोद, आह्लाद, उल्लास, खुशी, प्रमोद, प्रसन्नता, प्रहर्ष, मजा, मोद, हर्ष, लुत्फ़, सुख।

आना- आगमन होना, उपस्थित होना, उपविष्ट होना, हाजिर होना।

आपत्ति- आपदा, आफत, उज्र, क्लेश, कष्ट, दुःख, दोषारोपण, मुसीबत, विघ्न, विपत्ति, विपदा।

आभूषण – अलंकार, आभरण, गहना, जेवर, मंडन, भूषण।

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पर्यायवाची शब्द – Paryayvachi Shabad

आम- अंब, अतिसौरभ, अमृत, अमृतफल, अम्र, अलिप्रिय, आम्र, कामवल्लभ, कामषर, कालांग, कीरेष्ट, केशवायुध, कोषी, गन्धबन्धु, च्युतफल, नूत, पिकबंधु, पिकप्रिय, पिकवल्लभ, प्रियम्बु, फलराज, फलश्रेष्ठ, भृंगाभीष्ट, मदाढ्य, मदिरासख, मधुदूत, मन्मथावास, माकन्द, मादक, माधव, माधुली, मारक, मृषालक, मोदाख्य, रसाल, वसन्तद्रु, शरेष्ट, शुकप्रिय, षड्पदातिथि, सहकार, सुमदन, स्त्रीप्रिय।

आमा हलदी- अम्बाहलदी, आम्रगन्ध, आमिया हलदी, कपूर हलदी, दार्वीमेद, पद्मपत्रा, सुरभि, सुरभिदारु, सुरनायिका।

आरंभ- उपक्रम, बिस्मिल्ला, सूत्रपात, शुरूआत, श्रीगणेश।

आर्यावर्त- आर्यभूमि, पुण्यभूमि, भरतखण्ड, भारत, भारतभूमि, भारतवर्ष, हिन्द, हिन्दुस्तान।

आयु- अवस्था, उम्र, ज़िन्दगी, जीवनकाल, वय, वयस्।

आयुष्मान- चिरंजीवी, चिरायु, दीर्घायु, दीर्घजीवी, शतायु।

आराम- करार, चैन, विश्राम, विश्रांति, सुख।

आरोग्य- दृढ़, निरोग, पुष्ट, रोगहीन, स्वस्थ।

आलसी- अनुष्ण, अलस, परिमृज, बुद, मंद, शीतक, सालस।

आलस्य- अनुष्ण, अलस, अलसता, आलस, कार्यप्रद्वेष, कौसीद्य, तन्द्रा, मन्दता, मान्द्य, शीतक।

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Paryayvachi Shabad | Hindi Synonym

आलोचना- गुण-दोष-निरूपण, टीका-टिप्पणी, नुक्ताचीनी, समीक्षा।

आलिंगन- अँकवार भरना, अंगपालि, उपगूहन, गले लगाना, दबोचना, परिरंभन, परिष्वंग, लिपटना, श्लिषा, संश्लेष, हिये लगाना।

आलू- नीलकन्द, महिषकन्द, लुलायकन्द, वनवासी, विषकन्द, शुक्लकन्द, शुभ्रालु, सर्पाख्य।

आलूबोखारा- आरुक, आलूक, मल्ल, मल्लूक, भल्ल, रक्त फल, वीर, वीरसेन, वीरारुक।

आवाज- ध्वनि, रव, स्वर, शब्द।

आवेग- अचिरता, आतुरता, चपलता, जल्दी, त्वरा, तेजी, लघुता, लाघव, पटुता, प्रवाह, वेग, शीघ्रता, स्फूर्ति।

आशय- अभिप्राय, इच्छा, उद्देश्य, तात्पर्य, निमित्त, नियत, प्रयोजन, भाव, भावार्थ, मतलब, लक्ष्य, वासना, सार, सारांश।

आशा- आकांक्षा, आस, उम्मीद, कामना, लालसा।

आशीर्वाद- आशी, आशीर्वचन, शुभवचन।

आश्चर्य- अचंभा, अचरज, कुतूहल, कौतुक, कौतुहल, ताज्जुब, विस्मय, हैरत, हैरानी।

आश्रम- कुटि, तपोवन, मठ, विश्राम-स्थल।

आश्रय- अवलंब, आधार, प्रश्रय, भरोसा, सहारा।

आसन- पाटा, पिढ़ई, पीड़ा, पीठ, पीढ़ा।

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अ के पर्यायवाची शब्द (भाग-2) Hindi Synonyms

अ के पर्यायवाची शब्द (भाग-2)

अं से ज्ञ तक हिंदी वर्णक्रमानुसार अ के पर्यायवाची शब्द (Paryayvachi Shabad) एवं पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं? पर्यायवाची शब्द का अर्थ।

अ के पर्यायवाची

अकरकरा- अकल्लक, आकल्लक, आकरकरा, आकारकरभ।

अकस्मात्- अकारण, अचानक, अनायास, औचक, तत्क्षण, दैवयोग, दैवात्, यकायक, सहसा, संयोगवश, हठात्।

अकाल- अयोगकाल, कहत, कुकाल, कुसमय, ठोहर, महंगी, दुर्भिक्ष, दुष्काल, दुःसमय, विपदकाल।

अक्ष- आँख, आँवला, गरुड़ आत्मा, गाड़ी, चैसर, छकड़ा, जन्मांध, तूतिया, धुरी, पासा, बहेड़ा, मामला, मुकदमा, रुद्राक्ष, व्यवहार, साँप, सुहागा।

अक्षर- अविनाशी, नित्य, ब्रह्म, वर्ण, स्विर।

अखाड़ा- कुश्ती का स्थान, दरबार, मैदान, रंगशाला, संतमंडली, सभा।

अखरोट- अक्षोट, अक्षोटक, अखोट, आखोट, आक्षोट, आक्षोड, आखोट, आस्फोटक, कंदराल, कर्पराल, कीरेष्ट, गुड़ाशय, पार्वतीय, पृथक्छद, फलस्नेह, मदनामफल, रेखाफल, वृत्तफल, स्वादुमज्ज।

अगम- अगम्य, अज्ञेय, अत्यंत, अथाह, अपार, कठिन, गहन, गहरा, मुश्किल, दुर्गम, दुर्बोध, दुर्लभ, बहुत, विकट।

अगर- गर, जद, जो, जो पै, यद्पि, यदि, यद्यपि।

अगर (पेड़)- अग्निकाष्ठ, अगरू, अनायक, असार, क्रिमिज, कृष्ण, पातका, प्रवर, भृंगज, योगज, राजार्ह, लघु, लोह, वंशिका, वर्णप्रसादन।

अगुआ- अग्रगामी, अग्रणी, अग्रवृत्ति, अग्रसर, अधान, नायक, नेता, पुरस्सर, पुरोगम, पुरोगा, प्रष्ठ, मार्गदर्शक, मुखिया, सरदार।

अगोचर- अप्रकट, अप्रत्यक्ष, अप्रकाशित, अव्यक्त, इन्द्रियातीत, गुप्त।

Hindi Synonyms

अग्र- अगला, अवलम्बन, आगा, उत्तम, प्रथम, नोक, श्रेष्ठ, समूह, सिरा।

अग्रज- अगुआ, नायक, नेता, बड़ा भाई, ब्राह्मण, भ्राता।

अग्नि- अंगार, अनल, अपित्त, अरुण, आग, आत्मा, आशुशुक्षणि, ईर्ष्या, उल्का, उषर्बुध, ऊष्मा, और्वि, कामाग्नि, कुन्त, कुतप, कृपीटयोनि, कृशानु, कील, गरमी, घृतकेश, चिनगारी, चित्रभानु, जलन, जातवेद, ज्योति, ज्वलन, ज्वाला, डाह, तनूनपात्, तपन, ताप, त्रिधाम, दग्धद्रुम, दमुन, दमुना, दव, दवारी, दहन, द्रुतासन, देवपात्र, देववाहन, द्यु, धनंजय, धनद, धूम्रकेतु, धूमध्वज, पवनवाहन, पांचजन्य, पाचन, पाथ, पावक, पावन, पिंगल, पुण्डरीक, पृथु, प्राण, बड़वाग्नि, बहनी, बर्हि, बसुन्दर, बहुल, बाड़व, बृहद्, बृहद्भानु, ब्राह्मण, भारत, भास्कर, भुव, भूरितेजस्, मनु, रोहिताश्व, लपट, लवर, लौ, वह्नि, वायुसख, वासदेव, वीतिहोत्र, विभावसु, वृक, वैश्वानर, शिखा, शिखी, शिखीधनंज, शुक्र, शुचि, शुष्भ, सप्तार्चि, सप्तजिह्व, हर, हरि, हव, हवन, हव्यवाहन, हिरण्यरेत, हुतभुक, हुताशन।

अग्निकण – अनल-कण, चिंगारी, चिनगारी, चिनगी, स्फुल्लिग।

अग्निज्वाला – अग्नि कुक्कुट, अग्निशिखा, उल्का, कील, क्षार, ज्वाला, भस्म, भूति, लपट, लवर, लुकारी, लूक, लौ, वर्चिस्, शिखा, हेति।

अग्नि सन्ताप – जलन, झुलस, डाढ़ा, दाह, भस्मीभूत, संज्वर, सन्ताप।

अगस्त्य (ऋषि)- कुम्भज, घटज, घटोद्भव, घटनंभव, घटयोनि, पीताब्धि, मैत्रावरुण, विन्ध्यकूट, समुद्रचुलुक, सिन्धुशासनि, और्वशेय।

अगस्त्य (पेड़)- अगस्तिया, अगस्ती, कनली, खरध्वंसी, दीर्घफलक, पवित्र, बंगपुष्प, ब्रणारि, बोड़ी का फूल, मुनिपुष्प, वंगसेनक, वक्रपुष्प, शीघ्रपुष्प, शुक्लपुष्प, सुरप्रिय, हथिया, हदगा।

पर्यायवाची शब्द किसे कहते हैं?
पर्यायवाची शब्द का अर्थ?

अचेत- अज्ञान, अनजान, असावधान, जड़, नासमझ, बेखबर, बेसुध, माया, मूर्ख, विकल, विह्वल।

अच्छा- अतुल, अस्तु, उत्तम, उद्भट, कल्याण, कुशल, खरा, खैर, चोखा, पुण्य, बढ़िया, भव्य, भला, वर, शुभ, साधु, हित।

अचम्भा- अचरज, आश्यर्च, कुतूहल, कौतुक, विस्मय।

अजनबी- अज्ञात, अनजान, अपरिचित, अविदित।

अजमोद- अजमोदा, खराश्वा, कारवी, मयूर, दीप्यक, मर्कटी, मोदा, मोदिनी, ब्रह्मकुषा, ब्रह्मकोषी, लोचमस्तक, वस्तमोदा, विशल्या।

अजवायन- अजमान, अजमोदा, अजमोदिका, उग्रगंधा, उग्रा, दीप्य, दीप्यक, दीपनी, ब्रह्मदर्भा, भूतिका, यमानिका, यवनिका, यवानी, यवाग्रज, यवसाह्व, यवाह्वा, वातारि।

अटल- अचल, अडिग, अपरिवर्तनीय, अवश्यम्भावी, अविचल, चिरस्थायी, ध्रुव, नित्य, निश्चित, पक्का, स्थिर।

अटूट- अखंड, अजेय, अपरिमित, निरंतर, मजबूत।

अडूसा- अटरुट, अरूसा, आटरूष, आमलक, कण्ठीरवी, कसनोत्पाटन, नासा, पंचमुखी, मातृसिंही, मृगेन्द्राणी, रसादनी, रामरूपक, सिंहपर्णी, सिंहपत्री, सिंहमुखी, सिंहानन, सिंहास्य, सिंहिका, सिंही, वाजिदन्तक, वाजिदन्ती, वाजी, वाषा, वाषिका, वासक, वासा, वासिका, विसोंटा, वृष, वैद्यमाता, वैद्यसिंही।

अणु- कण, क्षुद्र, छोटा टुकड़ा, रज, रजकण।

अति- अतिशय, अतीव, अत्यंत, अधिक, अधिकता, अनेक, अपरिमित, अपार, असंख्य, ज्यादा, ज्यादती, निपट, परम, बहु, बहुत, विपुल।

अतिथि- अभ्यागत, आगंतु, आगंतुक, आवेषिक, गृहागत, पाहुन, पाहुना, प्राघुण, प्राघुणिक, प्राघूर्ण, प्राघूर्णिक, बटाऊ, मेहमान, शुभागत, समागत।

अतीस- अतिविष, अतिविषा, अरुणा, घुणवल्लभा, भृंगी, भांगुरा, माद्री, मृद्वी, शृंगी, शृंगीका, विरूपा, विश्वा, विषरूपा, विषा, शिशुभैषज्य, श्वेतकन्दा, श्वेतमचा।

Paryayvachi Shabad | Hindi Synonyms

अदरक- अपाकृष्णक, आर्द्रक, आर्दिका, आदी, कन्कर, कटुभद्र, कटूत्कट, मच्छाक, राहुच्छन्न, वर, शार्गं, शृंगवेर, सैकतेष्ठ।

अद्भुत- आश्चर्यित, चित्र, विचित्र, विस्मित।

अधम- नीच, नष्ट, निकृष्ट, पतित, पोच, भ्रष्ट, हेय।

अधिक- अकुण्ठ, अगणित, अत्यन्त, अत्यर्थ, अति, अतिशय, अतीव, अदभ्र, अधिक, अनेक, अपरिमित, अपार, अमर्य्यादित, अमित, असंख्य, असीम, उद्गाढ, गाढ़, घन, ढेर, तीव्र, दृढ़, नाना, नितान्त, निपट, निबिड़, निस्सीम, प्रगाढ़, प्रचण्ड, प्रचुर, प्रभूत, प्राज्य, बहुत, बहुल, भूय, भूयिष्ट, भूरि, भृष, विपुल, विशेष।

अधीन- अस्वछन्द, आयत्त, गृह्यक, निघ्न, निघिन, निरघिन, परतन्त्र, परवश, पराधीन।

अध्यापिका- आचार्या, उपाध्याया, उपाध्यायी, गुरुआनी, शिक्षिका।

अनंत- अगणित, अतिशय, अधित, अपार, अभ्रक, अविनाशी, असंख्य, असीम, आकाश, नित्य, बलराम, बेहद, लक्ष्मण, विष्णु, शेषनाग।

अनजान- अजनबी, अनचीन्हा, अनभिज्ञ, अपरिचित, ग़ैर, बेगाना।

अनाज- अन्न, अमृत, आद्य, एकदल, कशिपु, खाद्यान्न, गल्ला, जीवनधन, जीवनसाधन, तंडुल, दाना, धान्य, धान, नाज, बीज, ब्रीहय, ब्रीहि, भात, भोग्य, भोगार्ह, लवेटिका, वरेणुक, वीज्य, शस्य, शाली, स्तम्भकरि, स्तम्भकारि।

अनाथ- नाथहीन, निराश्रित, दीन, बेसहारा।

अन्नानास- अनन्ताक्ष, आम, कौतुकसंज्ञक, पारवती।

अनार- करक, कुट्टिम, कुचफल, डालिम, दंतबीजक, दाड़िम, दाड़िम्म, दाड़िमी, दाड़िमीसार, नीलपत्र, नीलापत्रक, पर्वरुट, पिण्डपुष्प, पिण्डीर, फलषाडव, फलाषाडव, बीदाना, मणिबीज, मधुबीज, मुखवल्लभ, रक्तपुष्प, रक्तबीज, रामबीज, लोहितपुष्पक, वल्कफल, वृत्तफल, शुकप्रिय, शुकवल्लभ, शुकोदन, सुनील, सुफल, स्वाद्वम्ल।

अनुकूल- अनुसार, ओर, तक, पक्षपाती, प्रसन्न, हितकर।

वर्णक्रमानुसार पर्यायवाची शब्द | Hindi Synonyms

अनुपम- अतुल, अद्भुत, अद्वितीय, अनूठा, अनूप, अनोखा, अभूतपूर्व, निराला, विलक्षण।

अनुपस्थित- अनुद्यत, अप्रस्तुत, अभाव, बिना, रहित, शून्य।

अनुयायी- अनुगामी, अनुचर, चाकर, दास, नौकर, मतावलम्बी, सेवक।

अनुवाद- उल्या, दोहराना, पुनरुक्ति, पुनर्लेख, भाषान्तर।

अपकार- अत्याचार, अनुपकार, अपकर्म, अपकृति, असद्व्यवहार, खुटाई, दुष्क्रिया, द्वेष, द्रोह, मन्दकर्म, बुराई।

अपकारी- अनिष्टसाधक, अनुदार, कुकर्मी, कृतघ्न, दुर्वृत्त, पीड़क।

अपमान- अतिपात, अनादर, अप्रतिष्ठा, अपयश, अमर्यादा, अमान, अवज्ञा, अवमान, अवमानना, अवहेला, अवहेलना, क्षेप, गौरवहीनता, तिरस्कार, निरादर, धिक्कार, पराभय, परिहार, परीहार, बेइज्जती।

अपार- अनंत, असीम, निस्सीम, बेशुमार, बेहद।

अपराध- अकार्य, अवकर्म, आग, कसूर, जुर्म, दुष्कर्म, दोष, मन्तु।

अपवाद- अवर्ण, आक्षेप, उपक्रोश, कुत्सा, गर्हण, जुगुप्सा, निन्दा, निर्वाद, परीवाद, बाधक।

अपवित्र- अपावन, अशुचि, अशुद्ध, अषौच, अस्वच्छ, कच्चर, गंदा, पाप, भली, मलिन, मलीन, मैला, दूषित।

अप्सरा- अरुणप्रिया, परी, देवकन्या, देवांगना, सुखनिता, सुरांगना, स्वर्गवेश्या, स्वर्वेश्या, हूर।

अफीम- अफ्यून, अफेन, अहिफेन, आफू, आफूक, खसफलक्षीर, खसखस रस, नागफेन, निफेन, पोस्तोद्भव, पोस्तरस, भुजंगफेन।

अभाग्य- अदिष्ट, कुदिन, कुसमय, दुर्दैव, दुर्भाग्य, विधिवास।

अभ्रक- अब्द, अबरक, अबरख, अभ्र, अमल, आभ, ख, गरजध्वज, गिरिज, गिरिजाबीज, गिरिजामल, गौर्य्यामल, गौरीज, गौरीजय, घन, घनाह्वक, तबक, निर्मल, बाहुपत्र, भुरवल, भृंग, भोडर, भोडल, व्योम, शुभ।

Paryayvachi Shabad

अभिजात- कुलीन, योग्य, विशिष्ट, श्रेष्ठ, संभ्रांत।

अभिप्राय- अभिलाषा, आकांक्षा, आशय, इच्छा, उद्देश्य, कांक्षा, कामना, तात्पर्य, मंशा, मतलब, सम्मति।

अभिमन्यु- पाण्डुपौत्र, पार्थनन्दन, सौभद्र।

अमरबेल- अकासबौर, आकाशबेल, आकाशबौंर, दुःस्पर्शा।

अमरूद- अमृतफल, अमरूत, तुवर, पृथक्कत्वच, पियरा, पियारा, प्रिया, पीतफल, पेरूक, मधुराम्लक, मांसल, मृदुफल, वीह, सफरी-लाल, सफरी-सफेद।

अमृत- अगदकार, अन्न, अनाज, अमिय, अमी, इन्द्र, उड़द, घी, जीवनोदक, जल, जीवित, दिव्य-पदार्थ, दूध, देवता, धन, धवन्तरि, पानी, पारा, पीयूष, भोजन, मधु, मुक्ति, विष, शशिरस, शहद, षिव, सार, सुधा, सुरभांग, सुरभोग, सूर्य, सोना, सोम, सोमरस, स्वर्ग।

अमलतास- अरुज, आरग्वध, आमहा, आरेवत, आरोग्यशिम्बी, कण्डूघ्न, कर्णाभरणक, कुष्टसूदन, कृतमाल, केदारकटुका, चक्रपरिव्याध, चतुरंगुल, ज्वरांतक, दीर्घफल, नक्तमाल, प्रमेह, मन्थान, महाकणिकार, राजवृक्ष, रोचन, व्याधिघात, शम्याक, सम्यक्, सुवर्णांक, स्बर्णांक, स्वर्णपुष्प, शेफलिका, हिमपुष्प।

अयोध्या- अवध, अवधपुरी, आदिपुरी, आद्या, विमला, साकेत।

अरण्ड- अंडी, अमण्ड, अमंगल, आमण्ड, उरुबुक, इष्ट, एरण्ड, एरण्डक, कांत, गंधर्वहस्तक, चंचुक, चित्रक, चित्रवीज, तरुण, तुच्छद्रु, त्रिपुटाफल, त्रिपुटी, दीर्घदन्तक, दीर्घपत्रक, पंचांगुल, मण्ड, रुव, रूचक, रुबूक, रेंड, रेंडी, वर्धमान, वातारि, वुक, व्रहणा, व्याघ्रदल, व्याघ्रपुच्छ, व्यडम्बन, शूलशत्रु, शुक्ल, स्नेहप्रद।

अरण्य- अटवी, कानन, कान्तार, गहन, जंगल, दावा, बीहड़, वन, विटप, विपिन।

वर्णक्रमानुसार पर्यायवाची शब्द : अ के पर्यायवाची शब्द

अर्जुन (पांडव)- अनघ, ऐंद्र, कपिध्वज, कर्णारि, किरीटी, कुन्तीसुत, कौन्तेय, गांडीवी, गांडीवधन्वा, गाण्डीवधर, गाण्डीवधारी, गुडाकेश, जिष्णु, धन्वी, धनंजय, धनुर्धर, नर, पाण्डुनंदन, पार्थ, फलगुन, फाल्गुन, बृहन्नला, भारत, विजय, विजयरथ, वीभत्सु, श्वेतवाहन, शक्रात्मज, शक्रनंदन, शब्दभेदी, सव्यसाची।

अर्जुन (पेड़)- अंजन, इन्द्रतरु, इंद्रद, इंद्रद्रुम, ककुम, ककुभ, कहू, काहु, कोह, नदीसर्ज, वीरवृक्ष, शंबर, शिवभल्ल, होलेमट्ट।

अरबी- आल, आलुक, आलुकी, गजकर्ण, गजकर्णालु, घुइयाँ, घुय्याँ, तीक्ष्णकन्द, दीर्घनाल, महापत्रालुक, हस्तिकर्ण।

अरहर- आढकी, तूअर, तूर, तोमरिका, पीतपुष्पा, बलपूर, मृतालिका, रहड़, वृतबीजा।

अलसी- अतसी, अतिसी, अतीसी, उमा, क्षुमा, क्षौम, क्षौमी, चणका, तीसी, तैलोत्तमा, देवी, नीलपुष्पी, नीलपुष्पिका, पार्वती, पिच्छिला, मदगंधा, मदोत्कटा, मसीना, रुद्रपत्नी, सुनीला, सुवर्चला, हेमवती।

अलि- छपद, द्विरेफ, भंवरा, भ्रमर, भृंग, भौंरा, मधुकर, मधुप, मिलिंद, षट्पद, सारंग।

अल्प- अपर्याप्त, कम, थोड़ा, न्यून।

Paryayvachi Shabad

अवज्ञा- अनादर, अपमान, अवमानना, तिरस्कार।

अवनति- अपकर्ष, उतार, गिराव, घटाव, हृास।

अवस्था- दशा, स्थिति, हालत, हालात।

अशुद्ध- अपवित्र, अशुचि, गंदा, दूषित, मलिन।

अशोक- अंगनप्रिय, अंगनाप्रिय, अपशोक, अशोग, कंकेली, कर्णपूर, कर्णपूरक, कांताचरणदोहद, केलिक, चक्रगुच्छ, चित्र, ताम्रपर्ण, ताम्रपल्लव, दोहली, दोषहारी, नट, पल्लवक, पल्लवद्रुम, पिंडपुष्पक, प्रपल्लव, बंजुल, बेलिक, मधुपुष्प, मौलिविशोक, रक्तपल्लव, राजपल्लव, रामा, रोगितरु, वंजुलद्रुम, वामांकपातन, वामाघ्रिघातक, विचित्र, विशोक, शोकघ्न, शोकनाशक, शोकनाषन, शोकहर्ता, सुभग, स्मराधिवास, हेमपुष्पक।

अश्व- आशुविमानक, कलील, घोड़ा, घोटक, चगर, तुरंग, तुरंगम, वाजि, सैंधव, हय।

अश्वगंधा- अश्वावरोहक, अश्वारोहा, असगंध, कटुका, काम्बुका, काला, गंधपत्री, तुरगी, पलाशपर्णी, पुण्या, बलजा, बल्या, बाजिनी, बाजीकरी, वरगात्रकरी, वातघ्नी, वाराहकर्णी, श्यामला, हया।

असभ्य- अभद्र, अशिष्ट, दुश्शील, गँवार।

असुर- अगिर, अदेव, अयोमुख, अस्रप, आशर, इन्द्रारि, कटप्रू, कर्बुर, कीलाप, कीलालय, कौणप, क्रव्याद, क्षपाट, तमचर, तमिचर, दनुज, दमुल, दानव, दितिसुत, दुर्जय, दैत्य, दैतेय, धूम्रकेशी, नरधिष्मण, निकषात्मज, निशाचर, निशिचर, नृचश, नैऋत, पलाशपलाशी, पुण्यजन, पूर्वदेव, भूत, मनुजाद, मायावी, यातु, यातुधान, रक्ष, रजनीचर, राक्षस, शुक्रशिष्य, सन्ध्याबल, सुरद्विट, सुरारि।

अस्त- अदृश्य, ओझल, गायब, तिरोहित, लुप्त।

अहंकार- अंहकृति, अभिमान, अवलेप, उद्धत-मनस्कत्व, गर्व, गुमान, गुरूर, घमण्ड, चित्त-समुन्नति, मान, दर्प, दम्भ, मद, स्मय, हम।

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अं-अँ के पर्यायवाची शब्द (भाग-1)

अ के पर्यायवाची शब्द (भाग-2)

पर्यायवाची शब्द Paryayvachi Shabad (भाग-1) – अं अँ

अं अँ के पर्यायवाची शब्द Paryayvachi Shabad

अ से ज्ञ तक तक हिंदी वर्णक्रमानुसार पर्यायवाची शब्द | Paryayvachi Shabad | Hindi Synonyms एवं पर्यायवाची-शब्द किसे कहते हैं? पर्यायवाची शब्द का अर्थ।

अं – के | पर्यायवाची शब्द | Paryayvachi Shabad | Hindi Synonyms

अंक- अक्षर, अनखा, आँकड़ा, गोद, चिह्न, डिठौना, दफ़ा, दाग, धब्बा, निशान, परिच्छेद, पाप, भाग्य, संख्या।

अंकुर- अंगूर, अँखुवा, आँख, कलिका, कल्ला, गाभ, जल, नोक, प्ररोह, भराव, रक्त, लोम।

अंग- अंश, अपघन, अवयव, उपाय, खंड, गात, गात्र, जन्मलग्न, टुकड़ा, तन, देह, प्रकृति, प्रतीक, भाग, भेद, विभाग, शरीर, सहायक, सुहृद, हिस्सा।

अंगद- तारेय, बालिकुमार, बालितनय, बालिपुत्र, भुजबन्द।

अंगार- अँगारा, चिनगारी।

अंगीठी- अंगारधानी, अँगारधानिका, अँगारशकटी, अँगेठी, आतिशदान, जलते कोयलों का समूह रखने को एक पात्र, बोरसी, सिगड़ी, हसन्ती, हसनी।

अंचल- आँचल, किनारा, छोर, तट, पल्ला, प्रान्त।

अंजन- एक सर्प, काजल, छिपकली, माया, लेप, सुरमा।

अंजीर- काकोदुम्बरिका फल, मंजुल।

अंड- अंडकोश, अंडा, कामदेव, कोष, डिम्ब, पेशी, पेषीकोष, ब्रह्माण्ड, माया, विश्व, वीर्य।

अंडकोष- भण्ड, मुष्क, वृष्ण।

अंत- अंतिम भाग, अवसान, आखिर, इति, इतिश्री, छोर, परिणाम, परे, पार, पूर्ण, प्रलय, फल, मृत्यु, समाप्त, समाप्ति, समापन, समीप।

अंतःपुर- ज़नानखाना, भागपुर, रनिवास, हरम।

अंतर- असमानता, आड़, दूरी, परदा, फासला, फर्क, भिन्नता, भेद।

अंतरंग- अभ्यतंर, आंतरिक, घनिष्ठ, दोस्ताना, भीतरी, मैत्रीपूर्ण, हार्दिक।

अंतर्दृष्टि- आत्मचिंतन, ज्ञानचक्षु।

अंतर्धान- अंतर्हित, अदृश्य, ओझल, गायब, गुप्त, छिपा, तिरोभूत, तिरोहित, लुप्त।

अंतरिक्ष- अंतरीक, अंबर, अंभ, अक्षर, अनंग, अनन्त, अभ्र, अभ्रक, अर्श, आकाश, आसमान, उडुपथ, औंधा घड़ा, खग, खगोल, गगन, गुप्त, गो, घनाश्रय, चर्ख, ज्योतिष्पथ, तारापथ, तारायण, द्यु, द्यावा, दिव, नभ, नभस्थल, नाक, नील, नीलनिलय, नीलाकाश, पुष्कर, फलक, बुलन्द, भुवन, मरुत्पथ, महाशून्य, मेघपथ, मेरूपृष्ठ, लोककाश, व्योम, वायुमण्डल, वितान, शून्य, शून्यसर्वतोमुख, सिद्धपथ, सुरपथ, सोमधारा, स्वर्गपथ।

अंदाज- अटकल, अनुमान, कूत, ढंग, ढब, तख़मीना, तर्ज।

अंधा- अंध, अंधियारा, अदृक्, अनेत्री, चक्षुहीन, दृष्टिहीन, नेत्रहीन, सूर।

अंधकार- अंध, अंधार, अंध्यार, अंधियारी, अंधेरा, अंधेरी, कालिमा, कुहा, कृष्ण, घटा, छाया, झाँई, तम, तमता, तमर, तमस्, तमिस्र, तामस, तारीक, तारीकी, तिमिर, दिनकेशर, दिनांत, दिनांतक, धुन्धाकार, धुमलाई, नभोरज, निद्रावृक्ष, नीलपंक, निशाचर्म, ध्वांत।

अंश- अंग, अवयव, पक्ष, भाग, शरीर, सहायक, हिस्सा।

अँ – के | पर्यायवाची शब्द | Paryayvachi Shabad | Hindi Synonyms

अँकाई- अंदाजा, आँकने की क्रिया, मूल्यांकन।

अँगना- कामिनी, वामा, सुंदरी, सुमुखी।

अँगूठी- अँगुश्तरी, अंगुलीमुद्रा, अंगुलीयक, अंगुष्ठिका, ऊर्मिका, गोल, छल्ला, मुँदरी, मुद्रा, मुद्रिका।

अँगूर- अमृतफला, अमृतरसा, कृष्णा, गुच्छफला, गोस्तनी, चारुफला, तापसप्रिया, दाख, द्राक्षा, मधुरसा, प्रियाला, फलोत्तमा, मृद्वीका, यक्ष्मघ्नी, रसा, रसाला, सुफला, स्वादी, स्वादुपला, हारहूरा।

अँगोछा- उपरना, उपवस्त्र, गमछा, तौलिया।

अँतड़ी- अँतड़ी, अन्त्र, आँत, आँती, पुरीत।

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अं-अँ के पर्यायवाची शब्द (भाग-1)

अ के पर्यायवाची शब्द (भाग-2)

निबंध लेखन की कला (The art of writing essays)

निबंध लेखन की कला

मुझे इतनी तो उम्मीद है कि मेरे इस लेख को पढ़ने के बाद आप निबंध लेखन की कला, शीर्षक, शैली एवं शब्दावली, निबंध लिखने के प्रकार, निबंध लिखने से लाभ समझ जाएंगे। मुझे इतना तो विश्वास है कि आपको निबंध की अविश्वसनीय दुनिया से भी प्यार हो जाएगा।

मुझे लेख पसंद हैं और पढ़ने, लिखने एवं उनकी जाँच करने तथा छात्रों को यह सिखाने में बहुत आनंद मिलता है कि उन्हें कैसे उत्पन्न किया जाए, लेकिन सबसे ज्यादा मुझे निबंध लिखने में मजा आता है।

आप पूछना चाहते हैं क्यों? क्या आप भी निबंध लेखन की कला के बारे में जानना चाहते हैं?

निबंध लेखन की कला
निबंध लेखन की कला

निबंध का अर्थ

आप एक छोटी पृष्ठभूमि से हमारी यह यात्रा शुरू करें।

‘निबंध’ शब्द फ्रेंच भाषा के शब्द ‘essay’ से उत्पन्न हुआ है जिसका अर्थ होता है ‘प्रयास, स्केच’।

यह अनुवाद आपके कॉलेज में असाइन किए गए कार्य का सार दर्शाता है।

वास्तव में, यह आपका व्यक्तिगत प्रयास है कि आप किसी बड़े विषय पर चुनौतीपूर्ण स्केच दें।

अन्य अकादमिक असाइनमेंट के विपरीत, निबंध आपके रचनात्मक कार्य की स्वतंत्रता का सुझाव देता है।

इसका मुख्य लाभ यह है कि आप इसे किसी भी विषय पर, किसी भी शैली में लिख सकते हैं।

निबंध क्या है?

लेख आपके द्वारा सुनी-सुनाई बातों पर आपका अपना दृष्टिकोण होता है, पढ़ा हुआ, देखा हुआ आदि।

निबंध का सबसे आगे का हिस्सा आपका व्यक्तित्व, आपके विचार, भावनाएँ और आपकी जीवन स्थिति है।

आपके पास अन्य लेखकों के साथ एक उचित विवाद में प्रवेश करने का एक अनूठा मौका है, क्योंकि शिक्षक आपसे यह उम्मीद करते हैं कि आप इस विषय में अपना व्यवहार दिखाएं।

हालांकि, आपको याद रखना चाहिए कि लेखन प्रक्रिया की स्वतंत्रता के बावजूद, यह इतना आसान नहीं है।

क्योंकि आपको एक मूल और कैप्चरिंग विचार (पारंपरिक संदर्भ में भी) और कुछ समस्या पर असाधारण राय मिलने की उम्मीद है।

निबंध का शीर्षक : निबंध लेखन की कला

निबंध का शीर्षक निबंध विषय पर कड़ाई से निर्भर नहीं करता है।

इसका शीर्षक आपके प्रतिबिंब में शुरुआती बिंदु के रूप में भी काम कर सकता है।

यह लेख के पूरे और भागों के संबंध को व्यक्त कर सकता है।

लेख की एक स्वतंत्र रचना इसके आंतरिक तर्क के अधीन है, यह लेखक की एक जोरदार स्थिति होती है।

निबंध कैसे लिखें?

निबंध की शैली को इसके कामोद्दीपक, विरोधाभासी और आलंकारिक चरित्र द्वारा चिह्नित किया जाता है।

दुनिया की अपनी व्यक्तिगत धारणा को व्यक्त करने के लिए आपको चाहिए, बहुत सारे कैप्चरिंग उदाहरणों को नियोजित करें, समानताएं बनाएं, उपमाएं चुनें, विभिन्न संघों का उपयोग करें।

निबंध की चारित्रिक विशेषताओं में से एक है, कई अर्थपूर्ण साधनों का विस्तृत उपयोग, जैसे रूपक, दृष्टान्त और उपमान चित्र, प्रतीक और तुलना।

यदि आप इसमें शामिल हैं, तो आप अपने निबंध को और अधिक रोचक बन सकता है।

अप्रत्याशित निष्कर्ष, अप्रत्याशित मोड़, घटनाओं के दिलचस्प चंगुल। इस तथ्य को लेखक के तर्कों का एक गतिशील इंटरचेंज, साक्ष्य और सवालों का समर्थन करता है।

निबंध की शैली एवं शब्दावली : निबंध लेखन की कला

निबंध को संक्षिप्त रखें, किंतु एक ही समय में पूर्ण सादगी से भी बचें।

कोई भी एक नीरस कथन पढ़ना पसंद नहीं करेगा।

अपने निबंध के मसौदे को पूरा करते हुए, इसे जोर से पढ़ें।

आप अपने निबंध में किसी न किसी विवरण की संख्या से प्रभावित होंगे।

आपको बिना किसी अफसोस के उनसे छुटकारा पाना चाहिए।

यदि आपको कुछ नया, मूल और अनन्य कहना है, तो निबंध की शैली आपकी शैली होनी चाहिए।

निबंध लिखते समय रचनात्मक रहें, अपने दिमाग को मुक्त करें और हो सकता है कि आप में छिपा एक महान निबंधकार प्रकट हो जाए।

अरस्तु और अनुकरण

कल्पना अर्थ एवं स्वरूप

राघवयादवीयम् ग्रन्थ

भाषायी दक्षता

हालावाद विशेष

संस्मरण और रेखाचित्र

कामायनी के विषय में कथन

कामायनी महाकाव्य की जानकारी

काव्य गुण परिभाषा एवं भेद

काव्य गुण परिभाषा एवं भेद

काव्य गुण परिभाषा एवं भेद, काव्य गुण क्या हैं?, काव्य-गुणों की संख्या, गुण किसे कहते हैं? प्रसाद गुण, ओज गुण, माधुर्य गुण

काव्य के सौंदर्य की वृद्धि करने वाले और उसमें अनिवार्य रूप से विद्यमान रहने वाले धर्म को गुण कहते हैं।

आचार्य वामन द्वारा

प्रवर्तित रीति सम्प्रदाय को ही गुण सम्प्रदाय भी कहा नाता है आचार्य वामन ने गुण को स्पष्ट करते हुए स्वरचित ‘काव्यालंकार सूत्रवृत्ति’ ग्रंथ में लिखा है-
“काव्यशोभायाः कर्तारो धर्मा: गुणाः।
तदतिशयहेतवस्त्वलंकाराः ॥”
अर्थात् शब्द और अर्थ के शोभाकारक धर्म को गुण कहा जाता है वामन के अनुसार गुण’ का इनको अनुपस्थिति में काव्य का अस्तित्व असंभव है।

काव्य गुण परिभाषा एवं भेद
काव्य गुण परिभाषा एवं भेद

डॉ नगेन्द्र के अनुसार–

“गुण काव्य के उन उत्कर्ष साधक तत्वों को कहते हैं जो मुख्य रूप से रस के और गौण रूप से शब्दार्थ के नित्य धर्म हैं|”

गुण के भेद

भरतमुनि ने अपने नाट्यशास्त्र में निम्नलिखित दस गुण स्वीकार किये है-

“श्लेष: प्रसाद: समता समधि
माधुर्यमोजः पदसौकुमार्यम्।।
अर्थस्य च व्यक्तिरुदारता च,
कान्तिश्च काव्यस्य गुणाः दशैते।”

अर्थात् काव्य में निम्न दस गुण होते हैं-

श्लेष

प्रसाद

समता

समाधि

माधुर्य

ओज

पदसौकुमार्य

अर्थव्यक्ति

उदारता

कांति

भरत के पश्चात भामह ने भी दस को स्वीकार किए हैं तथा प्रसाद और माधुर्य की सर्वाधिक प्रशंसा की है।

भामह के पश्चात दंडी ने भी भारत के अनुसार ही दस गुण स्वीकार की है।

दंडी के बाद वामन ने मुख्य दो प्रकार के गुण माने हैं- शब्द गुण एवं अर्थ गुण।

वामन ने दोनों गुणों में प्रत्येक के दस-दस भेद किए हैं।

वामन के पश्चात आचार्य भोजराज ने अपने सरस्वती कंठाभरण में सर्वाधिक 48 गुण, 24 शब्द गुण तथा 24 अर्थ गुण स्वीकार किए हैं।

उन्होंने शब्द गुणों को बाह्यगुण तथा अर्थ गुणों को अभ्यंतर गुण कहा था।

अग्नि पुराण में 19 काव्य गुण स्वीकार किए गए हैं।

इसके पश्चात आचार्य मम्मट ने अपने काव्यप्रकाश में तीन गुण स्वीकार की है- 1. प्रसाद 2. ओज 3. माधुर्य।

आचार्य विश्वनाथ ने ‘साहित्य दर्पण’ में तथा पंडितराज जगन्नाथ ने ‘रसगंगाधर’ में उक्त तीन गुणों को स्वीकार किया है।

प्रसाद गुण

ऐसी काव्य रचना जिसको पढ़ते ही अर्थ ग्रहण हो जाता है।

वह प्रसाद गुणों से युक्त मानी जाती है अर्थात् जब बिना किसी विशेष प्रयास के काव्य का अर्थ स्वतः ही स्पष्ट हो जाता है उसे प्रसाद गुण युक्त काव्य कहते हैं।

स्वच्छता एवं स्पष्टता प्रसाद गुण की विशेषता मानी जाती है।

यह समस्त रचनाओं और रसों में रहता है।

इसमें आए शब्द सुनते ही अर्थ के द्योतक होते हैं।

आचार्य भिखारीदास ने प्रसाद गुण का लक्षण इस प्रकार प्रकट किया है:-

“मन रोचक अक्षर परै, सोहे सिथिल शरीर।
गुण प्रसाद जल सूक्ति ज्यों, प्रगट अरथ गंभीर।॥” जैसे:-

“हे प्रभु आनंद दाता ज्ञान हमको दीजिए,
शीघ्र सारे दुर्गुणों को दूर हमसे कीजिए,

लीजिए हमको शरण में हम सदाचारी बनें,
ब्रह्मचारी धर्म रक्षक वीर व्रत धारी बने।”

“जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।”

“जिसकी रज में लोट लोट कर बड़े हुए हैं।

घुटनों के बल सरक सरक कर खड़े हुए हैं।

परमहंस सम बाल्यकाल में सब सुख पाये।

जिसके कारण ‘धूल भरे हीरे’ कहलाये।

हम खेले कूदे हर्षयुत, जिसकी प्यारी गोद में।
हे मातृभूमि तुझको निरख मग्न क्यों न हो मोद में।।”

“चारु चन्द्र की चंचल किरणें, खेल रही हैं जल थल में।
स्वच्छ चाँदनी बिछी हुई है, अवनि और अम्बर तल में ।”

“वह आता
दो टूक कलेजे के करता पछताता पथ पर आता।
पेट पीठ दोनों मिलकर हैं एक
चल रहा लकुटिया टेक
मुट्ठीभर दाने को, भूख मिटाने को
मुँह फटी-पुरानी झोली को फैलाता।।”
– “जीवन भर आतप सह वसुधा पर छाया करता है।”
तुच्छ पत्र की भी स्वकर्म में कैसी तत्परता है।”

“विस्तृत नभ का कोई कोना,
मेरा न कभी अपना होना।
परिचय इतना इतिहास यही ,
उमड़ी कल थी मिट आज चली।।”

ओज गुण

ऐसी कवि रचना जिसको पढ़ने उसे चित्त में जोश वीरता उल्लास आदि के भाव उत्पन्न हो जाए वह ओज गुण युक्त काव्य रचना मानी जाती है।

गौड़ी रीति की तरह इसमें संयुक्ताक्षरों ‘ट’ वर्गीय वर्णों लंबे-लंबे सामासिक पदों एवं रेफ युक्त वर्णों का प्रयोग अधिक किया जाता है।

वीर, रौद्र, भयानक, वीभत्स आदि रसो की रचना में ओज गुण ही पाया जाता है।

आचार्य भिखारीदास ने इसका लक्षण इस प्रकार प्रकट किया है-
‘उद्धत अच्छर जहँ भरै, स, क, ट युत मिलिआइ।
ताहि ओज गुण कहत हैं, जे प्रवीन कविराइ ।।”

“किस ने धनुष तोड़ा शशि शेखर का।
मेरे नेत्र देखो राघव सवंश डूब जाओगे इनमें।”
– ” मैं सत्य कहता हूँ सखे ! सुकुमार मत जानी मुझे।
यमराज से भी युद्ध में, प्रस्तुत सदा जानो मुझे।

हे सारथे ! हैं द्रोण क्या? आवें स्वयं देवेन्द्र भी।
वे भी न जीतेंगे समर में, आज क्या मुझसे कभी।।”

“देशभक्त वीरों मरने से नेक नहीं डरना होगा।
प्राणों का बलिदान देश की वेदी पर करना होगा।।”

“भये क्रुद्ध जुद्ध विरुद्ध रघुपति, त्रोय सायक कसमसे।
कोदण्ड धुनि अति चण्ड सुनि, मनुजाद सब मारुत ग्रसे।।”

“दिल्लिय दहन दबाय करि सिप सरजा निरसंक।
लूटि लियो सूरति सहर बंकक्करि अति डंक।।”

“बुंदेले हर बोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी।”

“हिमाद्रि तुंग श्रृंग से प्रबुध्द शुध्द भारती।
स्वयं प्रभा, समुज्ज्वला स्वतंत्रता पुकारती।”

“हाय रुण्ड गिरे, गज झुण्ड गिरे, फट-फट अवनि पर शुण्ड गिरे।
भू पर हय विकल वितुण्ड गिरे, लड़ते-लड़ते अरि झुण्ड गिरे।”

माधुर्य गुण

हृदय को आनंद उल्लास से द्रवित करने वाली कोमल कांत पदावली से युक्त रचना माधुर्य गुण संपन्न होती है।

अर्थात् ऐसी काव्य रचना जिसको पढ़ कर चित में श्रृंगार, करुण, शांति के भाव उत्पन्न होते हैं।

वह माधुर्य गुण युक्त रचना मानी जाती है।
वैदर्भी रीति की तरह इसमें संयुक्ताक्षर ‘ट’ वर्गीय वर्णों एवं सामासिक पदों का पूर्ण अभाव पाया जाता है अथवा अल्प प्रयोग किया जाता है।

श्रृंगार, हास्य, करुण, शांतादि रसों से युक्त रचनाओं में माधुर्य गुण पाया जाता है।

आचार्य भिखारीदास ने इसका लक्षण इस प्रकार प्रस्तुत किया है:-

अनुस्वार और वर्गयुत, सबै वरन अटवर्ग। अच्छा मैं मृदु परै, सौ माधुर्य निसर्ग।।

“अमि हलाहल मद भरे, श्वेत श्याम रतनार ।
जियत मिरत झुकि-झुकि परत, जे चितवत इक बार ।।”

“कंकन किंकिनि नूपुर धुनि सुनि, कहत लखन सम राम हृदय गुनि मानहुँ मदन दुंदुभी दीन्हि, मनसा विश्व विजय कर लीन्हि ।।”

“बतरस लालच लाल की, मुरली धरी लुकाय।
सौंह करै भौंहनि हसै, देन कहि नटि जाय।।”

“कहत नटत रीझत खीझत, मिलत खिलत लजियात।
भरे भौन में करत हैं, नैनन ही सौं बात।।”

“मेरे हृदय के हर्ष हा! अभिमन्यु अब तू है कहाँ।
दृग खोलकर बेटा तनिक तो देख हम सबको यहाँ।

मामा खड़े हैं पास तेरे तू यहीं पर है पड़ा। निज गुरुजनों के मान का तो ध्यान था तुझको बड़ा।।”

“बिनु गोपाल बैरिन भई कुंजैं |
तब ये लता लगती अति सीतल,
अब भई विषम ज्वाल की पुंजैं | |”

“फटा हुआ है नील वसन क्या, ओ यौवन की मतवाली ।
देख अकिंचन जगत लूटता, छवि तेरी भोली भाली ।।”

काव्य गुण परिभाषा एवं भेद, काव्य गुण क्या हैं?, काव्य-गुणों की संख्या, गुण किसे कहते हैं? प्रसाद गुण, ओज गुण, माधुर्य गुण

काव्य गुण परिभाषा एवं भेद

रीतिकाल के प्रमुख ग्रंथ

कालक्रमानुसार हिन्दी में आत्मकथाएं

पाठ्य पुस्तकों का महत्त्व

राघवयादवीयम् ग्रन्थ

भाषायी दक्षता

हालावाद विशेष

‘रासो’ शब्द की व्युत्पत्ति – विभिन्न मत

कामायनी के विषय में कथन

हिन्दी साहित्य विभिन्न कालखंडों के नामकरण

हाइकु (Haiku) कविता

संख्यात्मक गूढार्थक शब्द

मुसलिम कवियों का कृष्णानुराग