पाठ्य पुस्तकों का महत्त्व

2 thoughts on “पाठ्य पुस्तकों का महत्त्व”

  1. कविता
    जब हम रो नही पाते

    सुख से सो नही पाते

    जब हम खो नही पाते

    तब बचपन याद आता है

    जब चिंता सताती है 

    हमारे तन को खाती है

    जब भी मन नही मिलता

    तब बचपन याद आता है

    जब हम टूट जाते है 

    जब अपने रूठ जाते है 

    जब सपने सताते है 

    तब बचपन याद आता है

    बच्चे हम रह नही पाते 

    बड़े हम हो नही पाते

    खड़े भी रह नही पाते

    तब बचपन याद आता है

    किसी को सह नही पाते

    अकेले रह नही पाते

    किसी को कह नही पाते 

    तब बचपन याद आता है 

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