शब्द समूह के लिए एक शब्द (स्थानापन्न शब्द)
कम से कम शब्दों में अधिकाधिक अर्थ को प्रकट करने के लिए ‘वाक्यांश या शब्द-समूह के लिए एक शब्द’ का विस्तृत ज्ञान होना आवश्यक है। ऐसे शब्दों के प्रयोग से वाक्य-रचना में संक्षिप्तता, सुंदरता तथा गंभीरता तो आती ही है, इसके अलावा पढ़ते, सुनते या लिखने में समय की भी बचत होती है। वाक्यांश या शब्द-समूह के लिए एक शब्द जो एक शब्द काम में लेते हैं उसे स्थानापन्न शब्द कहते हैं।
A word for a word set (substitute word in Hindi/One Word in Hindi/Phrases)
(Vakyansh ya shabd samooh ke liye ek shabd – Sthanapann Shabd)
वाक्यांश या शब्द-समूह के लिए एक शब्द – स्थानापन्न
त
तारों के झुण्ड की पंक्ति- तारावलि
तुच्छ समझकर किसी का निरादर करना- तिरस्कार
जिसका तिरस्कार कर दिया गया हो- तिरस्कृत
तमोगुण वाला- तामसिक
तांबे के रंग के समान लाल रंग- ताम्ररक्त या ताम्रवर्णी
जो किसी भी गुट में न हो- तटस्थ या निर्गुट
जो किनारे से सटा हुआ हो- तटवर्ती
हल्की नींद- तन्द्रा
जो किसी कार्य या चिन्तन में डूबा हो- तल्लीन
ऋषियों के तप करने की भूमि- तपोभूमि
उसी समय का- तत्कालीन
वह राजकीय धन जो किसानों की सहायता हेतु दिया जाता है- तकाबी
जिसमें बाण रखे जाते है- तरकश अथवा तूणीर
जो चोरी-छिपे माल लाता ले जाता हो- तस्कर
किसी को पद छोड़ने के लिए लिखा गया पत्र- त्यागपत्र
तर्क करने वाला व्यक्ति- तार्किक
दैहिक, दैविक और भौतिक सुख- तापत्रय
तैर कर पार जाने की इच्छा- तितीर्षा
ज्ञान में प्रवेश का मार्गदर्शक- तीर्थंकर
बर्फ से ढकी हुई- तुषारावृता
त्याग देने योग्य- त्याज्य
त्र
गंगा, जमुना और सरस्वती नदी का संगम- त्रिवेणी
जिसके तीन आँखे हैं- त्रिनेत्र
सत्व, रज और तम गुणों का समूह- त्रिगुण
वह स्थान जो दोनों भृकुटिओं के बीच होता है- त्रिकुटी
तीन कालों की बात जानने वाला- त्रिकालज्ञ
भूत, वर्तमान एवं भविष्य को देखने वाला- त्रिकालदर्शी
वह व्यक्ति जो छुटकारा दिलाता है/रक्षा करता है- त्राता
दुखान्त नाटक- त्रासदी
तीन महीने में एक बार- त्रैमासिक
थ
जो धरती पर निवास करता हो- थलचर
अनावश्यक मांसल और मोटा शरीर- थुल-थुल या थुलथुला
बड़े व्यापारियों द्वारा छोटे व्यापारियों के साथ किया जाने वाला व्यापार- थोक व्यापार
द
जिसने दीक्षा ली हो- दीक्षित
दीक्षा (शिक्षा) की समाप्ति पर दिया जाने वाला उपदेश- दीक्षांत समारोह
पति और पत्नी का जोड़ा- दम्पत्ति
दस वर्षों की समयावधि- दशक
गोद लिया हुआ पुत्र- दत्तक
संकुचित विचार रखने वाला- दकियानूस
धन जो विवाह के समय पुत्री के पिता से प्राप्त हो- दहेज
जंगल में फैलने वाली आग- दावानल या दावाग्नि
दिन भर का कार्यक्रम- दिनचर्या
दिखने मात्र को अच्छा लगने वाल- दिखावटी
जो सपना दिन (दिवा) में देखा जाता है- दिवास्वप्न
दो बार जन्म लेने वाला (ब्राह्मण, पक्षी, दाँत, नाखून)- द्विज
अनुचित बात के लिए आग्रह- दुराग्रह
बुरे भाव से की गई संधि- दुरभिसंधि
वह कार्य जिसको करना कठिन हो- दुष्कर
दो विभिन्न भाषाएँ जानने वाले व्यक्तियों को एक-दूसरे की बात समझाने वाला- दुभाषिया
जो शीघ्रता से चलता हो- द्रुतगामी
जिसे कठिनाई से जाना जा सके- दुर्ज्ञेय
जिसको पकड़ने में कठिनाई हो- दुरभिग्रह अथवा दुर्गाह्य
पति के स्नेह से वंचित स्त्री- दुर्भगा
जिसे कठिनता से साधा या सिद्ध किया जा सके- दुस्साध्य
जो कठिनाई से समझ में आता है- दुर्बोध
वह मार्ग जो चलने में कठिनाई पैदा करता है- दुर्गम
जिसे कठिनाई से वहन या धारण किया जा सके- दुर्वह
दैव (भाग्य) या ज्योतिष शास्त्र को जानने वाला- दैवज्ञ
जिसे देवता भी पूजते हों- देवाराध्य
जिसमें खराब आदतें हों- दुर्व्यनी
जिसको मापना कठिन हो- दुष्परिमेय
जिसको जीतना बहुत कठिन हो- दुर्जेय
वह बच्चा जो अभी माँ के दूध पर निर्भर है- दुधमुँहा
बुरे भाग्य वाला- दुर्भाग्यशाली
जिसमें दया भावना हो- दयालु
जिसका आचरण बुरा हो- दुराचारी
दूध पर आधारित रहने वाला- दुग्धाहारी
जिसकी प्राप्ति कठिन हो- दुर्लभ
जिसका दमन करना कठिन हो- दुर्दमनीय
आगे की बात सोचने वाला व्यक्ति- दूरदर्शी
देश से द्रोह करने वाला- देशद्रोही
देह से सम्बन्धित- दैहिक
देव के द्वारा किया हुआ- दैविक
प्रतिदिन होने वाला- दैनिक
जिसे दण्ड दिया गया हो- दण्डित
जिसे दण्ड देना उचित हो- दण्डनीय
दस वर्षों की अवधि- दशाब्दी
जो दर्शनशास्त्र का विद्वान हो- दर्शनशास्त्री
जिसका चित्त किसी और में लगा हो- दत्तचित्त
जो मार्ग कठिन हो- दुर्गम
जो दान करता हो- दानी
वह आधार जिस पर दीपक रखा जाता है- दीयट (शमादान)
सूर्योदय से सूर्यास्त का समय- दिनमान
प्रत्येक कार्य में विलम्ब करने वाला- दीर्घसूत्री
नव विवाहिता स्त्री- दुल्हन
जिसका मुख दक्षिण की ओर हो- दक्षिणाभिमुख
जिसे प्रसन्न करना कठिन हो- दुराराध्य
जिसका अन्त कठिन हो- दुरन्त
पुत्री का पुत्र- दौहित्र
पुत्री की पुत्री- दौहित्री
दूर तक जाने वाला- दूरगामी
जो दिशा से भटक गया हो- दिशाहीन
दिशाओं का घेरा- दिङ्मण्डल
ध
जो धर्म के काम करे- धर्मात्मा
जिसकी धर्म में निष्ठा हो- धर्मनिष्ठ
धूल से सना हुआ- धूसर
धन से सम्पन्न- धनी
धन की इच्छा रखने वाला- धनेच्छु
जो धनुष को धारण करता हो- धनुर्धर
सभी को धारण करने वाली (पृथ्वी)- धरणी
यात्रियों के लिए सार्वजनिक आवास-गृह- धर्मशाला
श्रेष्ठ गुणों से सम्पन्न शूरवीर नायक- धीरोदात्त
शूरवीर किंतु अभिमानी नायक- धीरोद्धत
शूरवीर किंतु क्रीड़ाप्रिय नायक- धीरललित
गरीबों के लिए दान के रूप में दिया जाने वाला अन्न-धन आदि- धर्मादा
किसी के पास रखी हुई दूसरे की वस्तु- धरोहर अथवा थाती
मछली पकड़कर आजीविका चलाने वाला- धीवर
जो धीरज रखता हो- धीर
धुरी को धारण करने वाला अर्थात् आधारभूत कार्यों में प्रवीण- धुरंधर
अपने स्थान पर अचल रहने वाला- ध्रुव
ध्यान करने योग्य अथवा लक्ष्य- ध्येय
ध्यान करने वाला- ध्याता या ध्यानी
जो बिल्कुल नष्ट हो गया हो- ध्वस्त
इमारत के नष्ट होने के बाद बचा भाग- ध्वंसावशेष
न
ताण्डव नृत्य की मुद्रा में शिव- नटराज
जिसका जन्म अभी-अभी हुआ हो- नवजात
नाक से अपने-आप निकलने वाला खून- नकसीर
गाय को दुहते समय बछड़े का गला बाँधने की रस्सी जो गाय के पैरों में बाँधी जाती है- नवि
जो नया-नया आया है- नवागंतुक
जिसका उदय हाल ही में हुआ है- नवोदित
जो आकाश में विचरण करता है- नभचर
सम्मान में दी जाने वाली भेंट- नजराना
जिस स्त्री का विवाह अभी हुआ हो- नवोढ़ा
ईश्वर में विश्वास न रखने वाला- नास्तिक
पुराना घाव जो रिसता रहता हो- नासूर
जो नष्ट होने वाला हो- नाशवान या नश्वर
जिसका सर झुका हुआ हो- नतमस्तक
नरक के योग्य- नारकीय
वह स्थान या दुकान जहाँ हजामत बनाई जाती है- नापितशाला
जो दया रहित हो- निष्ठुर या निर्दयी
जिसमें कोई सार न हो- निस्सार
जिसकी कोई अवधि निश्चित न हो- निरवधि
जिसको किसी में भी आसक्ति न हो- निस्संग (असंग)
जिसका कोई उद्देश्य न हो- निरुद्देश्य
सब प्रकार की चिंताओं रहित- निश्चिंत
जो पाप से रहित हो- निष्पाप
जो प्रतिदिन नहाता हो- नित्यस्नायी
जिसे किसी से लगाव न हो- निर्लिप्त
किसी से भी न डरने वाला- निडर या निर्भीक
जिसको भय न हो- निर्भय
जो कपट से रहित है- निष्कपट
जो मोह न रखता हो- निर्मोही
जिसमें संदेह न हो- निस्संदेह
जिसका कोई आधार न हो- निराधार
आधी रात का समय- निशीथ
जिसका कोई उपाय न हो- निरुपाय
जो बिना जड़ के हो- निर्मूल
लोहे का बना आधार जिस पर रखकर लोहा पीटा जाता है- निहाई
जो पढ़ना-लिखना न जानता हो- निरक्षर
जिसका कोई अर्थ न हो- निरर्थक
जिसे कोई इच्छा न हो- निस्पृह
रात में विचरण करने वाला- निशाचर
जिसका आकार न हो- निराकार
केवल शाक, फल एवं फूल खाने वाला या जो मांस न खाता हो- निरामिष
जिससे किसी प्रकार की हानि न हो- निरापद
जिसके अवयव न हो- निरवयव
बिना भोजन (आहार) के- निराहार
जो यह मानता है कि संसार में कुछ भी अच्छा होने की आशा नहीं है- निराशावादी
जो उत्तर न दे सके- निरुत्तर
जिसके कोई दाग/कलंक न हो- निष्कलंक
जिसमें कोई कंटक/अड़चन न हो- निष्कंटक
जिसका अपना कोई शुल्क न हो- निःशुल्क
जिसके संतान न हो- निःसंतान
जिसका अपना कोई स्वार्थ न हो- निस्स्वार्थ
व्यापारिक वस्तुओं को किसी दूसरे देश में भेजने का कार्य- निर्यात
जिसको देश से निकाल दिया गया हो- निर्वासित
बिना किसी बाधा के- निर्बाध
जो ममत्व से रहित हो- निर्मम
जिसकी किसी से उपमा/तुलना न दी जा सके- निरुपम
जो निर्णय करने वाला हो- निर्णायक
जिसे किसी चीज की लालसा न हो- निष्काम
जिसमें किसी बात का विवाद न हो- निर्विवाद
जो निन्दा करने योग्य हो- निन्दनीय
जिसमें किसी प्रकार का विकार उत्पन्न न हो- निर्विकार
जो लज्जा से रहित हो- निर्लज्ज
जो नीति जानता हो- नीतिज्ञ
रंगमंच पर पर्दे के पीछे का स्थान- नेपथ्य
आजीवन ब्रह्मचर्य का व्रत करने वाला- नैष्ठिक
जो नीति के अनुकूल हो- नैतिक
जो न्यायशास्त्र की बात जानता हो- नैयायिक
निम्नलिखित अक्षरों से बनने वाले स्थानापन्न शब्दों को जानने के लिए इन्हें स्पर्श कीजिए-
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