शब्द समूह के लिए एक शब्द (स्थानापन्न शब्द)
कम से कम शब्दों में अधिकाधिक अर्थ को प्रकट करने के लिए ‘वाक्यांश या शब्द-समूह के लिए एक शब्द’ का विस्तृत ज्ञान होना आवश्यक है। ऐसे शब्दों के प्रयोग से वाक्य-रचना में संक्षिप्तता, सुंदरता तथा गंभीरता तो आती ही है, इसके अलावा पढ़ते, सुनते या लिखने में समय की भी बचत होती है। वाक्यांश या शब्द-समूह के लिए एक शब्द जो एक शब्द काम में लेते हैं उसे स्थानापन्न शब्द कहते हैं।
वाक्यांश या शब्द-समूह के लिए एक शब्द – स्थानापन्न
क
उच्च कोटि का ज्ञान- कैवल्य
एक हजार युगों की समयावधि- कल्प
पुराना फटा हुआ वस्त्र- कन्था
जो बात लोगों से सुनी गई हो- किवदन्ती
जिसका रूप अच्छा न हो- कुरूप
जो कड़वा बोलता हो- कटुभाषी
जो काम से जी चुराये- कामचोर
षिवजी का निवास स्थान- कैलाश
पीटने वाली एक मोटी रस्सी- कोड़ा
हड्डियों का ढाँचा- कंकाल
दो व्यक्तियों के बीच परस्पर होने वाली बातचीत- कथोपकथन
बर्तन बेचने वाला- कसेरा
जिसे अपने मत या विश्वास का अधिक आग्रह हो- कट्टर
जिसकी कल्पना न की जा सके- कल्पनातीत
ऐसा अन्न जो खाने योग्य न हो- कदन्न
हाथी का बच्चा- कलभ
पालकी उठाने वाला- कहार
कर्म में तत्पर रहने वाला- कर्मठ
एक के बाद एक- क्रम
कान में कही जाने वाली बात- कानाबाती/कानाफूसी
सरकार का वह अंग जो कानून का पालन करता है- कार्यपालिका
शृंगारिक वासनाओं के प्रति आकर्षित- कामुक
जो दुःख या भय से पीड़ित हो- कातर
अपनी गलती स्वीकार करने वाला- कायल
दूसरे की हत्या करने वाला- कातिल
बाल्यावस्था और युवावस्था के बीच की अवस्था- किशोरावस्था
जो बात पूर्वकाल से लोगों में सुनकर प्रचलित हो- किँवदन्ती/जनश्रुति
अपने काम के बारे में कुछ निश्चय न करने वाला- किँकर्तव्यविमूढ़
वृक्ष लता आदि से ढका स्थान- कुञ्ज
जिस लड़के का विवाह न हुआ हो- कुमार
ऐसी लड़की जिसका विवाह न हुआ हो- कुमारी
बुरे कार्य करने वाला- कुकर्मी
बुरे मार्ग पर चलने वाला- कुमार्गी
जिसकी बुद्धि बहुत तेज हो- कुशाग्रबुद्धि
जो अच्छे कुल में उत्पन्न हुआ हो- कुलीन
वह व्यक्ति जिसका ज्ञान अपने ही स्थान तक सीमित हो- कूपमंडूक
किए गए उपकार को मानने वाला- कृतज्ञ
किए गए उपकार को न मानने वाला- कृतघ्न
जो धन को अत्यधिक कंजूसी से खर्च करता हो- कृपण
जिसने संकल्प कर रखा है- कृतसंकल्प
जो केन्द्र से हटकर दूर जाता हो- केन्द्रापसारी
जो केन्द्र की ओर उन्मुख हो- केन्द्राभिसारी/ केन्द्राभिमुख
सर्प के शरीर से निकली हुई खोली- केंचुली
क्ष
जो क्षमा किया जा सके- क्षम्य
जिसका कुछ ही समय में नाश हो जाए- क्षणभंगुर
जो क्षमा करने वाला हो- क्षमाशील
पूर्व में हुई हानि की भरपाई- क्षतिपूर्ति
जहाँ धरती और आकाश मिलते हुए दिखाई देते हैं- क्षितिज
जो भूख मिटाने के लिए बेचैन हो- क्षुधातुर
भूख से पीड़ित- क्षुधार्त
ख
वह भूमि जहाँ फसल उगाई जाती है- खेत
वह भूमि जहाँ पर फसल काटकर रखी जाती है- खलिहान
जो टुकड़े-टुकड़े हो गया हो- खंडित
वह स्त्री, जिसका पति अन्य स्त्री के साथ रात को रहकर प्रातः लौटे- खंडिता
आकाशीय पिंडों का विवेचन करने वाला- खगोलशास्त्री
जो व्यक्ति अपने हाथ में तलवार लिए रहता है- खड्गहस्त
नायक का प्रतिद्वन्द्वी- खलनायक
ग
जहाँ से गंगा नदी का उद्गम होता है- गंगोत्री
अर्जुन के धनुष का नाम- गाण्डीव
गायों के खुरों से उड़ी धूल- गोधूलि या गोरज
गाय के खुर से बनने वाला छोटा गड्ढा- गोष्पद
जब गायें जंगल से लौटती हैं और उनके चलने की धूल आसमान में उड़ती है (दिन और रात्रि के बीच का समय)- गोधूलि बेला
गायों के रहने का स्थान- गौशाला
जो आकाश को छू रहा हो- गगनस्पर्शी
पहले से चली आ रही परम्परा का अनुपालन करने वाला- गतानुगतिक
ग्रहण करने योग्य- ग्राह्य
गुप्त समाचार देने वाला- गुप्तचर
जिसे गुप्त रखा जाये- गोपनीय
जो गाँव में रहता हो- ग्रामीण
जो गणित का ज्ञाता हो- गणितज्ञ
गीत गाने वाला/वाली- गायक/गायिका
गीत रचने वाला- गीतकार
शरीर का व्यापार करने वाली स्त्री- गणिका
हर पदार्थ को अपनी ओर आकृष्ट करने वाली शक्ति- गुरुत्वाकर्षण
विवाहोपरान्त वर द्वारा वधु को ले जाने की रस्म- गौना
जो बात गूढ़ (रहस्यपूर्ण) हो- गूढ़ोक्ति
जीवन का द्वितीय आश्रम- गृहस्थाश्रम
जिसका ज्ञान इन्द्रियों द्वारा हो सके- गोचर
गेरूए वस्त्र धारण करने वाली- गैरिदुकूलनी
गोरे अंग वाली- गौरांगिनी
घ
मिट्टी का छोटा घर- घरौन्दा
घास खोदकर जीवन-निर्वाह करने वाला- घसियारा
शरीर की हानि करने वाला- घातक
जो घृणा का पात्र हो- घृणित/घृणास्पद
घृणा किये जाने योग्य- घृण्य
जो घूमता रहता हो- घुम्मकड़
जो घरों में फूट डालता हो- घरफोड़ा
निम्नलिखित अक्षरों से बनने वाले स्थानापन्न शब्दों को जानने के लिए इन्हें स्पर्श कीजिए-
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