लेखिका सुनीता जैन – व्यक्तित्व
लेखिका सुनीता जैन – व्यक्तित्व, सुनीता जैन का साहित्य, सुनीता जैन की रचनाएं, सुनीता जैन की कविताएं, सुनीता जैन के उपन्यास
जन्म -13 जुलाई, 1941
जन्म भूमि- अम्बाला, पंजाब
विधाएँ :- उपन्यास, कहानी, कविता, बाल साहित्य, आत्मकथा, अनुवाद
भाषा -हिन्दी और अंग्रेज़ी
विद्यालय -स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ़ न्यूयार्क, यूनिवर्सिटी ऑफ़ नेब्रास्का
शिक्षा -एम. ए. (अंग्रेज़ी साहित्य), पीएच. डी.
सुनीता जैन का साहित्य अथवा रचनाएं
उपन्यास
बोज्यू,
सफर के साथी,
बिंदू,
मरणातीत,
अनुगूँज,
तितिक्षा-2000 ( पूर्व प्रकाशित पांचो उपन्यासों का संग्रह)
कहानी संग्रह
हम मोहरे दिन रात के,
इतने बरसों बाद,
पालना-2000
पाँच दिन-2003
कविता संग्रह
हो जाने दो मुक्त, 1978(प्रथम)
कौन सा आकाश,
एक और दिन,
रंग-रति,
कितना जल,
सूत्रधार सोते हैं,
सच कहती हूँ,
कहाँ मिलोगी कविता,
पौ फटे का पहला पक्षी,
युग क्या होते और नहीं,
सुनो मधु किश्वर,
धूप हठीले मन की,
इस अकेले तार पर,
मूकमं करोति वाचालं,
जाने लड़की पगली,
सीधी कलम सधे न,
जी करता है,
लेकिन अब,
बोलो तुम ही,
इतना भर समय,
हथकड़ी में चाँद,
गंगातट देखा,
सुनो कहानी,
माधवी : (खंड : 8),
तरूतरू की डाल पे,
तीसरी चिट्ठी,
जो मैं जानती,
दूसरे दिन,
चौखट पर व उठो माधवी,
प्रेम में स्त्री, 2006
बारिश में दिल्ली,
इस बार,
खाली घर में,
लाल रिब्बन का फुलवा,
किस्सा तोता मैना,
फैंटसी, 2007
क्षमा, 2008
गांधर्व पर्व,
कुरबक,
लूओं के बेहाल दिनों में,
ओक भर जल,
हेरवा,
रसोई की खिड़की में,
सूरज छुपने से पहले,
हुई साँझ की बेर,
अगर कभी लौटी तो,
राग और आग,
टेशन सारे
आत्मकथा
शब्दकाया
सम्मान
व्यास सम्मान-2015 (क्षमा काव्य संग्रह के लिए)
निराला नामित,
साहित्य भूषण,
साहित्यकार सम्मान,
महादेवी वर्मा,
हरियाणा गौरव,
पद्मश्री,
विश्व हिंदी सम्मान (8वें विश्व हिंदी सम्मेलन, न्यूयॉर्क में)
विशेष तथ्य
सुनीता जैन 8वें ‘विश्व हिन्दी सम्मेलन’, न्यूयॉर्क, 2007 में ‘विश्व हिन्दी सम्मान’ से सम्मानित हिन्दी की पहली कवयित्री हैं।
अमेरिका में अपने अंग्रेज़ी उपन्यास व कहानियों के लिए कई पुरस्कारों से भी उन्हें पुरस्कृत किया जा चुका है।
अमेरिका में प्रवासी हिन्दी लेखक।