नायक-नायिका भेद संबंधी रीतिकालीन काव्य-ग्रंथ
नायक-नायिका भेद संबंधी रीतिकालीन काव्य-ग्रंथ रीतिकाल में काव्यशास्त्र से संबंधित अनेक ग्रंथों की रचना हुई। यह ग्रंथ काव्यशास्त्र के विभिन्न अंगों को लेकर लिखे गए। इनमें से कुछ ग्रंथ सर्वांग निरूपक ग्रंथ थे जबकि कुछ विशेषांग निरूपक थे। इस आलेख में नायक-नायिका भेद संबंधी रीतिकालीन काव्य-ग्रंथ की पूरी जानकारी मिलेगी। विशेषांग निरूपक ग्रंथों में ध्वनि … Read more