उपेन्द्रनाथ अश्क

उपेन्द्रनाथ अश्क जीवन-परिचय

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जन्म -14 दिसम्बर, 1910

जन्म भूमि- जालंधर, पंजाब

मृत्यु -19 जनवरी, 1996

अभिभावक – पण्डित माधोराम

पत्नी -कौशल्या अश्क

भाषा:- हिन्दी

काल:- आधुनिक काल (समष्टि चेतना प्रधान काव्य के कवि)

विधा:- गद्य और पद्य

विषय:- कविता, कहानी, उपन्यास

उपेन्द्रनाथ अश्क का साहित्य परिचय

उपेन्द्रनाथ अश्क की एकांकी : उपेन्द्रनाथ अश्क जीवन-परिचय एकांकी

इनके द्वारा रचित एकांकियों को निम्न तीन वर्गों में विभाजित किया जाता है-

(1) सामाजिक व्यंग्यात्मक एकांकी-

पापी ,1937

लक्ष्मी का स्वागत ,1938

मोहब्बत ,1938

क्रॉसवर्ड पहेली ,1939

अधिकार का रक्षक ,1938

आपस का समझोता 1939

स्वर्ग की झलक 1939

विवाह के दिन 1939

जोंक,1939

(2) सांकेतिक एवं प्रतीकात्मक एकांकी-

चरवाहे 1942

चिलमन 1942

खिड़की 1942

चुंबक 1942

मैमुना 1942

देवताओं की छाया में 1940

चमत्कार 1943

सुखी डाली 1943

अंधी गली 1954

साहब को जुकाम है

पक्का गाना

(3)मनोवैज्ञानिक एकांकी/प्रहसन-

आदिमार्ग 1947

अंजो दीदी 1954

भंवर 1950

कैसा साब कैसी आया

पर्दा उठाओ-पर्दा गिराओ 1951

बतसिया 1952

सयाना मालिक 1952

जीवनसाथी 1952

एकांकी संग्रह-

छह एकांकी

पच्चीस श्रेष्ठ एकांकी

कविताएं

विदा (1917, प्रथम कविता)

एक दिन आकाश ने कहा,

प्रातःदीप,

दीप जलेगा,

बरगद की बेटी,

उर्म्मियाँ,

रिजपर

अजगर और चाँदनी

उपन्यास: उपेन्द्रनाथ अश्क जीवन-परिचय एकांकी

सितारों का खेल,1937 (पहला उपन्यास)

गिरती दीवारें, 1947

गर्म राख,1952

बड़ी-बड़ी आँखे,1954

पत्थर-अल-पत्थर-1957

शहर में घूमता आईना, 1963

बाँधों न नाव इस ठाँव,1964

एक नन्ही किंदील,1969

कहानी संग्रह

सत्तर श्रेष्ठ कहानियां,

जुदाई की शाम के गीत,

काले साहब,

पिंजरा,

कहानियां

निशानियाँ

दो धारा

मुक्त

देशभक्त

कांगड़ा का तेली

डाची

आकाशचारी

टेबुल लैंड

नाटक : उपेन्द्रनाथ अश्क जीवन-परिचय एकांकी

जय-पराजय,1937

छठा बेटा,1940

कैद,1945

उड़ान,1946 (मुक्त हवा में सांस लेती नारी का चित्रण)

भंवर,1950

पैंतरे,1952

अंजो दीदी,1954 (मशीनीकरण/यंत्रीकरण के कारण टुटते परिवार का हृदयस्पर्शी चित्रण)

अंधी गली-1954

अलग-अलग रास्ते,1954

लौटता हुआ दिन,

बड़े खिलाडी,

स्वर्ग की झलक,

सूखी डाली

तौलिए

आत्मकथा

पाँचवा खंड

चेहरे अनेक

संस्मरण : उपेन्द्रनाथ अश्क जीवन-परिचय एकांकी

रेखाएँ और चित्र,1955

मण्टो मेरा दुश्मन,1956 (निबंध)

ज्यादा अपनी कम परायी,1959

उर्दू के बेहतरीन संस्मरण,1962 (संपादन)

फिल्मी जीवन की झलकियाँ

आलोचना : उपेन्द्रनाथ अश्क जीवन-परिचय एकांकी

अन्वेषण की सहयात्रा,

हिन्दी कहानी: एक अन्तरंग परिचय

विशेष तथ्य : उपेन्द्रनाथ अश्क जीवन-परिचय एकांकी

प्रेमचंद जी की तरह इन्होंने भी प्रारंभ में ‘उर्दू’ में लेखन कार्य किया था।

इन्होंने ‘भूचाल’ नामक साप्ताहिक पत्र का संपादन किया था।

कुछ दिनों तक इन्होने ऑल इंडिया रेडियो और फिल्म जगत् में भी काम किया था।

बच्चन सिंह के अनुसार अश्क हिंदी के पहले नाटककार हैं, जिनका ध्यान रंगमंच की ओर गया।

नगेंद्र के अनुसार यह पहले ऐसे नाटककार हैं जिन्होंने हिंदी नाटक को रोमांस के कटघरे से निकालकर आधुनिक भाव बोध के साथ जोड़ा।

उर्दू के सफल लेखक उपेन्द्रनाथ ‘अश्क’ ने मुंशी प्रेमचंद की सलाह पर हिन्दी में लिखना आरम्भ किया। 1933 में प्रकाशित उनके दूसरे कहानी संग्रह ‘औरत की फितरत’ की भूमिका मुंशी प्रेमचन्द ने ही लिखी थी।

आदिकाल के साहित्यकार

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